प्रGATI का बजट - छत्तीसगढ़ की रजत जयंती वर्ष का बजट
छत्तीसगढ़

एक जोड़े पर 50,000 खर्च लिमिट…लेकिन कर दिए 2 लाख:अफसरों ने 8 की जगह 34 लाख का खरीदा सामान, मुख्यमंत्री-कन्या-विवाह योजना में हुई गड़बड़ी

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में करीब 54 लाख की गड़बड़ी हुई। इसमें सिर्फ बालोद जिले में ही 25 लाख से ज्यादा की गड़बड़ी हुई है। यहां 16 जोड़ों की शादी पर 8 लाख खर्च करने की लिमिट थी, लेकिन 33 लाख 50 हजार रुपए खर्च कर दिए गए। यानी एक जोड़े पर 2 लाख से ज्यादा खर्च हुए हैं। इस पर गुंडरदेही से कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि सामग्री की खरीदी में अधिकारी और कर्मचारियों ने मिलीभगत कर घोटाला किया है। इसका मुद्दा वह विधानसभा में भी उठा चुके हैं, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई। एक जोड़े पर 50 हजार खर्च करना था, लेकिन लिमिट से 4 गुना ज्यादा पैसा खर्च किया गया है। अब ब्लॉकवार जानिए कहां कितने लाख की गड़बड़ी ? महिला बाल विकास से मिली जानकारी के मुताबिक बालोद ब्लॉक में 16 जोड़ों की शादी हुई। यहां 8 लाख रुपए खर्च करने की अनुमति थी, लेकिन 33 लाख 50 हजार रुपए खर्च किए गए, जो लिमिट से 25 लाख 50 हजार रुपए ज्यादा हैं। वहीं गुरूर ब्लॉक में 36 जोड़ों पर 18 लाख रुपए खर्च दिखाया गया है। इसके अलावा गुंडरदेही ब्लॉक में 66 जोड़ों पर 33 लाख रुपए खर्च करना था, लेकिन 24 लाख 74 हजार रुपए खर्च किए गए हैं। यहां करीब 8 लाख 25 हजार रुपए खर्च कम दिखाया गया है। इसके साथ ही ​​​​डौंडीलोहारा ब्लॉक में 42 जोड़ों पर 21 लाख खर्च करने की अनुमति थी। डौंडीलोहारा ब्लॉक में 14 लाख 70 हजार रुपए खर्च हुए। यहां खर्च की राशि 6 लाख 30 हजार कम दिखाई गई है। इसके अलावा डौंडी ब्लॉक में 74 जोड़ों पर 37 लाख खर्च करना था, लेकिन यहां 25 लाख 90 हजार रुपए खर्च किए गए। यहां 11 लाख 10 हजार कम खर्च किया गया है। 8 हजार रुपए आयोजन के नाम पर रखते हैं अफसर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत एक जोड़े के लिए अधिकतम 50 हजार रुपए खर्च करने का प्रावधान है। इसमें 35 हजार रुपए वधु को चेक या NEFT के माध्यम से दिए जाते हैं। बाकी 15 हजार में से सिर्फ 7 हजार रुपए का ही सामान खरीदा जाता है, जबकि 8 हजार रुपए आयोजन के नाम पर विभागीय अधिकारी रख लेते हैं। अगर किसी स्थान पर 100 जोड़ों की शादी होती है, तो 8 लाख रुपए इसी मद में चले जाते हैं। शासन स्तर पर ही यह प्रावधान तय किया गया है। जिम्मेदार अधिकारियों का तर्क है कि इस राशि से शादी समारोह की विभिन्न व्यवस्थाएं की जाती हैं, जिसमें खाना समेत अन्य सामान शामिल हैं। महिला बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी डीपी सिंह से सीधी बात सवाल – ब्लॉक के 16 जोड़े की विवाह के लिए 8 के बजाय 33.50 लाख खर्च कैसे हो गया ?
जवाब – यहां से तो सही जानकारी भेजे थे, हमारी इकाई परियोजना है, लेकिन ब्लॉकवार जानकारी मांगी गई थी। हो सकता है आंकड़ों में मिस्टेक हुआ होगा। सवाल – आंकड़ों में तो 25 लाख का बड़ा अंतर है?
जवाब – हमने जानकारी सही दी थी, जिला या किसी अन्य परियोजना का आंकड़ा जुड़ गया होगा। सवाल – आंकड़ा कैसे जुड़ जाएगा, विधायक ने सवाल किया तो मंत्री जवाब नहीं दे पाई ?
जवाब – गुंडरदेही विधायक ने जानकारी मांगी थी, तब सही आंकड़ा उपलब्ध करा दिए थे। हम लोग जानकारी सही भेजे हैं, रायपुर वाले बता पाएंगे मिस्टेक कहां से हुआ है। सवाल – सिर्फ गुरूर को छोड़ बाकी चार ब्लॉक के जोड़े हिसाब से खर्च राशि में काफी अंतर है, एक बार चेक करवा लेंगे।
जवाब – जिला स्तर से सामान खरीदी करते हैं। प्रत्येक जोड़े के लिए 35 हजार परियोजना कार्यालय अधिकारी को आवंटित कर देते हैं। हो सकता है जिला और परियोजना का आंकड़ा जुड़ गया होगा। बजट सत्र के दौरान विधानसभा में भी उठाया था गड़बड़ी का मुद्दा विधानसभा में भी कांग्रेस विधायक संदीप साहू और कुंवर सिंह निषाद ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया था। संदीप साहू ने बताया कि बालोद में 16 जोड़ों के विवाह में 33 लाख रुपए खर्च किए गए, जबकि नियम के अनुसार 50 हजार प्रति जोड़ा यानी कुल 8 लाख रुपए ही खर्च होने चाहिए थे। कुंवर सिंह निषाद ने भी आरोप लगाया कि, प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर शादी के खर्च में अनियमितताएं पाई गई हैं, जिसमें 53 लाख रुपए की गड़बड़ी सामने आई है। इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब देते हुए कहा कि, एक जोड़े पर 50 हजार रुपए का खर्च निर्धारित है। पूरी पारदर्शिता के साथ विवाह कराए गए हैं। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के बयान के बाद कांग्रेस विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई, फिर सदन में जमकर हंगामा हुआ था। विधायकों ने कहा था कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है और इसकी जांच होनी चाहिए। ‘जांच के बाद ही वास्तविकता सामने आएगी’ वहीं गड़बड़ी पर बालोद अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक ने कहा कि शादी में एक जोड़े के लिए अधिकतम खर्च लिमिट 50 हजार ही है। लिमिट से ज्यादा खर्च कैसे होगा, जांच के बाद ही वास्तविकता सामने आएगी। वहीं जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. किशन टंडन क्रांति ने इसपर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। ………………… ये खबर भी पढ़ें… छत्तीसगढ़ विधानसभा में महतारी वंदन का मुद्दा उठा: कांग्रेस MLA बोले-बुजुर्गों को 500 काटकर दे रही सरकार; PDS और कन्या विवाह योजना पर भी बहस छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 16वें दिन प्रश्नकाल में कई योजनाओं में अनियमितताओं पर बहस हुई। महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को लेकर सवाल जवाब हुए। पढ़ें पूरी खबर
Bol CG Desk

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