मिडिल ईस्ट में तनाव के बीच ईरान ने इजरायल से संबंधित जहाज किया जब्त, सेना ने दी चेतावनी
मिडिल ईस्ट में तनाव के बीच ईरान ने इजरायल से संबंधित जहाज किया जब्त, सेना ने दी चेतावनीईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने शनिवार को “खाड़ी में यहूदी शासित (इजरायल) से संबंधित” एक कंटेनर जहाज जब्त कर लिया. स्टेट मीडिया ने यह जानकारी दी है. ईरान की ओर से जहाज को जब्त करने की घोषणा के बाद इजराइल की सेना ने शनिवार को चेतावनी दी कि ईरान को क्षेत्र में संघर्ष बढ़ने के “नतीजे” भुगतने होंगे. सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने एक बयान में कहा, “ईरान को हालात को और अधिक बिगाड़ने के लिए नतीजा भुगतना होगा.”स्टेट न्यूज एजेंसी आईआरएनए ने बताया, “‘एमसीएस एरीज़’ नाम के एक कंटेनर जहाज को सेपाह (गार्ड्स) नेवी स्पेशल फोर्स ने हेलिबॉर्न ऑपरेशन चलाकर जब्त कर लिया.” इस जहाज को अब ईरान के अधिकार क्षेत्र वाले समुद्री क्षेत्र की ओर भेज दिया गया है.ईरान की रिपोर्ट तब आई जब दो समुद्री सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि “क्षेत्रीय अधिकारियों” ने संयुक्त अरब अमीरात के तट से एक जहाज को जब्त कर लिया है. घटना को लेकर रॉयल नेवी की यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस एजेंसी ने अधिक ब्यौरा दिए बिना कहा, “जहाज को क्षेत्रीय अधिकारियों की ओर से फुजैराह के तट से जब्त किए जाने की सूचना है.”सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा कि उसने “कम से कम तीन व्यक्तियों को हेलीकॉप्टर से तेजी से एक कंटेनर जहाज पर चढ़ने के फुटेज देखे.” उसने कहा कि, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने “पहले भी जहाज पर चढ़ने के इस तरीके का इस्तेमाल किया है.”पुर्तगाली झंडावेसल ट्रैकिंग वेबसाइट, वेसलफाइंडर.कॉम (vesselfinder.com) और मैरिनट्रैफिक.कॉम (marinetraffic.com) का कहना है कि एमएससी एरीज़ एक पुर्तगाली झंडे वाला कंटेनर जहाज है. दोनों वेबसाइटें गल्फ में इस जहाज की अंतिम रिपोर्ट की गई स्थिति बता रही हैं.करीब दो सप्ताह पहले सीरिया में ईरान के दमिश्क दूतावास के कांसुलर सेक्शन पर घातक हमला हुआ था. ईरान ने इसका बदला लेने की बात कही थी. इसके बाद अमेरिका ने शुक्रवार को कहा था कि वह इस क्षेत्र में सैन्य बल भेज रहा है.अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि ईरान अपने कट्टर दुश्मन इज़रायल, जिसे तेहरान ने कांसुलर हमले के लिए दोषी ठहराया था, पर जल्द ही हमला करेगा. सीरिया में एक अप्रैल को किए गए हमले में दो जनरलों सहित ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कम से कम सात मेंबर मारे गए थे. गाजा में ईरान समर्थित हमास फिलिस्तीनी आतंकवादियों के खिलाफ इजरायल की ओर से छह महीने से युद्ध जारी है. इसी पृष्ठभूमि में यह नया घटनाक्रम सामने आया है.