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“कांग्रेस को इतनी सीट कैसे आई, इसकी जांच हो” : राहुल गांधी के ईवीएम पर सवाल उठाने पर रामदास आठवले

“कांग्रेस को इतनी सीट कैसे आई, इसकी जांच हो” : राहुल गांधी के ईवीएम पर सवाल उठाने पर रामदास आठवले

Ramdas Athawale on Rahul Gandhi : केंद्र सरकार में मंत्री और महाराष्ट्र के नेता रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ईवीएम (EVM)पर सवाल उठाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि राहुल गांधी लगातार तीसरी बार सत्ता से दूर होने की वजह से EVM हैक का भ्रम फैला रहे है. EVM से वोटिंग BJP की सरकार नहीं लाई थी, इसे कांग्रेस के शासनकाल में लाया गया था. अगर EVM के हैक होने की बार-बार बात विपक्ष उठा रहा है तो सभी विपक्षी दल एकमत होकर बोलें कि EVM की जगह  बैलेट पेपर (Ballot Paper) से चुनाव कराया जाए. Ballot Paper से चुनाव बहुत कॉम्प्लिकेटेड होता था और परिणाम आने में देरी होती थी, इसलिए EVM आया. चुनाव आयोग ने भी बार-बार चुनौती दी थी कि EVM हैक कर दिखाओ..तब सब चुप रहे.”INDIA गठबंधन 234 सीट कैसे जीता?”आरपीआई के नेता आठवले ने आगे कहा कि लोकतंत्र में बार-बार EVM पर सवाल उठना ठीक नहीं है. अगर रविन्द्र वायकर के चुनाव जीत पर EVM की गड़बड़ी का आरोप राहुल गांधी लगा रहे हैं तो इसकी भी जांच होनी चाहिए कि INDIA गठबंधन और कांग्रेस को इतनी सीट कैसे आई? क्या कुछ जगहों पर EVM हैक हुए? अगर कहीं एक-दो जगह EVM हैक की शिकायत है तो उसकी जांच हो रही है. 2004 और 2009 में कांग्रेस की UPA सरकार अल्पमत में थी. कांग्रेस को बहुमत नहीं था, फिर भी 10 साल सरकार चली. क्या उस समय NDA या BJP ने सवाल उठाए? EVM हैक होने के आरोप लगाए? रामदास आठवले ने कहा कि इस बार कुछ गलतियां हुईं, जिसकी वजह से BJP को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन 2014-19 में BJP को बहुमत के बाद भी NDA सरकार थी. इस बार भी NDA सरकार है. BJP के साथ हमसे भी इस बार चुनाव में कुछ गलतियां हुईं..उसे सुधारेंगे और 2029 में फिर से मोदी जी प्रधानमंत्री बनेंगे. राहुल गांधी यूहीं EVM हैक का राग अलापते रहें. राहुल गांधी से सवाल होना चाहिए कि क्या EVM हैक के चलते INDIA गठबंधन 234 सीट जीता?स्पीकर पर संजय राउत को दी सलाह केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर संजय राउत या INDIA गठबंधन के पास लोकसभा स्पीकर का कोई उम्मीदवार है तो खड़ा करें. लोकसभा स्पीकर एक महत्वपूर्ण पद होता है. चंद्रबाबू नायडू एक ईमानदार और अच्छे नेता हैं. वो NDA के साथ ही रहेंगे. अगर चंद्रबाबू के पास स्पीकर के लिए अच्छा उम्मीदवार है या BJP के पास है तो उस पर चर्चा NDA में होगी. हमें INDIA गठबंधन के समर्थन की झरूरत नहीं है. वो अपनी चिंता करें. संजय राउत अपनी चिंता करें. यह सभी चंद्रबाबू नायडू को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. मगर ऐसा कुछ नहीं होगा. संसद अधिवेशन शुरू होने दीजिए, पता चल जाएगा.”महाराष्ट्र चुनाव की तैयारी पूरी”महायुति पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ेगी और जीतेगी. लोकसभा चुनाव में राज्य में कहां गलतियां हुईं? क्यों हमें कम वोट मिले? इन सभी की समीक्षा हो रही है, इसलिए हम दोगुनी ताकत से चुनाव लड़ेंगे. MVA में तो अभी से सीटों को लेकर अलग-अलग दावे हो रहे हैं. लोकसभा जैसा परिणाम विधानसभा में नहीं आएगा. मेरी देवेंद्र फडणवीस से दिल्ली में मुलाकात हुई थी, जिसमें आगामी राज्य में कैबिनेट विस्तार में हमारी पार्टी RPI को एक मंत्री पद और विधानसभा चुनाव में 8-10 सीट की मांग मैंने रखी थी. बातचीत में कुछ सीट कम-ज्यादा हो सकती है. इस पर फडणवीस ने लोकसभा चुनाव परिणामों और MLC चुनाव के बाद चर्चा करने की बात कही थी. ऐसे में महायुति की तैयारी भी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी है.EVMs in India are a “black box,” and nobody is allowed to scrutinize them.Serious concerns are being raised about transparency in our electoral process.Democracy ends up becoming a sham and prone to fraud when institutions lack accountability. https://t.co/nysn5S8DCF pic.twitter.com/7sdTWJXOAb— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 16, 2024राहुल गांधी ने यह कहा था…राहुल गांधी ने आज एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स” हैं और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है. हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं. जब संस्थानों में जवाबदेही की कमी हो जाती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है. राहुल गांधी का यह ट्वीट एलन मस्क के पोस्ट पर आया है. एलन मस्क ने कल अमेरिका में ईवीएम को लेकर चिंता जताई थी. मगर लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी के इस बयान से राजनीति फिर ईवीएम पर लौट आई है. 

Ramdas Athawale on Rahul Gandhi : लोकसभा चुनाव से पहले और परिणाम आने तक विपक्ष के सभी नेता ईवीएम पर आए दिन सवाल उठा रहे थे, मगर चुनाव परिणाम आने के बाद सभी खुश थे. हालांकि, एक बार फिर ईवीएम पर विवाद शुरू हो गया है.
Bol CG Desk (L.S.)

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