राज्य और राष्ट्र में अचानक बढ़ते चाकूबाजी की घटनाएं, कौन है जिम्मेदार?…

रायपुर : प्रदेश में गत एक वर्ष से लेकर देशभर में अचानक चाकूबाजी, मर्डर, चोरी, नशीले पदार्थों का सेवन कर उत्पात मचाने जैसी घटनाओं में तेजी से इज़ाफ़ा हुआ है। विशेषकर समस्त छत्तीसगढ़ में इतनी चाकूबाजी की घटनाएं हो रही है कि “CG Police” को ऑनलाइन मार्केटप्लेस AMAZON से आर्डर करने वालों की लिस्ट निकलवाकर “चाकू जब्ती” अभियान चलाने की नौबत आ चुकी है।
इसके पीछे का कारण समझने हमें यह जानना होगा कि एक जमाने ऐसा था कि CBFC (Central Board of Film Certification) याने सेंसर बोर्ड को फिल्मों और सीरियलो में खून तक दिखाने पर वोइलेंस ज्यादा दिखने के चलते तत्काल A या U/A का सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाता था या तो उस कन्टेंट को हटवा दिया जाता था।
ध्यान दिया जाए तो जबसे AMAZON, NETFLIX आये है तब से युवाओं को खून-खराबा, मार-धाड़, गाली-गलौच और नग्नता भरे कन्टेंट को देखने में बेहद रुची बढ़ने लगी है। पर यह PAID APPS होने के कारण आज से 03-04 वर्ष पूर्व लोग इन platforms पर ज्यादा संख्या में नही पहुँच पाते थे और एक विशेष वर्ग के लोग ही इन्हें देख पाते थे।
लेकिन जब से TELEGRAM, MX PLAYER और विविध FREE PLATFORMS आए है तबसे देशभर में बच्चो से लेकर वयस्क व्यक्तियों तक सब लोग में इनकी पहुँच तेजी से बढ़ गई। पिछले दो लॉकडाउन्स जोकी केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा लगाए गए थे उनमें सभी ने जमकर इन प्लेटफॉर्म्स पर जाकर मुफ्त में भारी UNCENSORED CONTENT को देखने का लाभ उठाया और बहुत बड़ी संख्या में युवा वर्ग इन VOILENT कन्टेंट को देखकर प्रभावित होने लगे।
कहते है न “सिनेमा समाज का आईना होता है” पर अब इसमें एक परिवर्तन आ गया है “सिनेमा समाज को आईना दिखाता है”, क्योंकि पहले सिनेमा का सामाजिक बुराइयों के मुद्दों को उठाकर इस संबंध में जनता को जागरूक करने का कार्य करता था, पर अब इसके विपरीत सिनेमा अपने विचारों को जनता पर थोपने और एक ट्रेंड सेट करके बड़ी संख्या में पैसा कमाने मात्र का एक जरिया बन गया है।
सिने-जगत द्वारा बनाए जा रहे आजकल के कन्टेंट अत्यंत हिंसात्मक, अश्लील, नग्नता एवं नशीले पदार्थों के अत्यधिक सेवन के दृश्यों से भरे हुए होते है। रायपुर से लेकर राजनांदगांव तक जितने भी चाकूबाजी के किस्से देखने को मिल रहे है वो बिल्कुल Netflix की मशहूर क्राइम सिरीज़ सैक्रेड गेम्स के गणेश गायतोंडे और Amazon कि मशहूर क्राइम सिरीज़ मिर्जापुर के मुन्ना भईया और उनके दोस्त ‘Compounder’ के जैसे हत्या एवं हिंसा करने के तरीके के जैसे मिलते-जुलते ही पाए गए है।
इससे यह बात स्पष्ट होती है कि जब लोग क्रिमिनल्स को अपना idol बनाएंगे तो स्वाभविक है कि हिंसा और क्राइम निश्चित ही बढ़ेंगे। आज छत्तीसगढ़ सहित देशभर में बढ़ते हिंसा का कही न कही एक कारण यह ‘Unsencored Videographical Content’ भी निश्चित ही एक घटक है, जिसपर राज्य और केंद्र सरकार दोनों को ही चिंता करना आवश्यक है।