इंदिरा गांधी के पोते संविधान के मुद्दे पर दूसरे को सलाह दे रहे हैं: गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर बोला हमला
इंदिरा गांधी के पोते संविधान के मुद्दे पर दूसरे को सलाह दे रहे हैं: गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर बोला हमलाकेंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के संविधान पर दिए गए भाषण को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि उनकी ‘दादी इंदिरा गांधी खुद ‘तानाशाह’ बन गईं और आज उनका पोता दूसरों को सलाह दे रहे हैं’केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी कांग्रेस नेता की आलोचना की और कहा कि गांधी परिवार ने सत्ता का लाभ उठाने के अलावा कभी कुछ नहीं किया. गौरतलब है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर के एक ‘‘कथन” का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी तथा सरकार पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा कटा था, उसी तरह से आज देश के युवाओं का अंगूठा काटा जा रहा है एवं आज देश में ‘‘संविधान बनाम मनुस्मृति” की लड़ाई है.चिराग पासवान ने साधा निशानाचिराग पासवान ने कहा कि यह मेरी समझ से परे है कि वह (राहुल गांधी) उस पार्टी के नेता हैं जो आजादी के बाद ज्यादातर समय सत्ता में रही और आज वह ऐसे वादे कर रहे हैं. आप इतने सालों तक क्या कर रहे थे? यहां तक कि 10 साल पहले भी, आप उस समय सरकार में थे, आप जाति जनगणना करा सकते थे, विपक्ष में जाते ही उनकी भाषा बदल जाती है.चिराग पासवान ने कहा कि राहुल गांधी और उनके परिवार ने सत्ता में रहते हुए कुछ भी नहीं किया. सावरकर के मुद्दे पर सदन में हंगामाराहुल गांधी ने दावा किया कि सावरकर ने संविधान के बारे में कहा था कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. कांग्रेस नेता ने सत्तापक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘यह आपके ‘सुप्रीम लीडर’ ने कहा था, जिनकी आप पूजा करते हैं. ऐसे में जब आप संविधान की रक्षा की बात करते हैं तो आप सावरकर को कमतर और अपमानित करते हैं.” उन्होंने दावा किया, ‘‘इंदिरा गांधी जी से मैंने सावरकर के बारे में पूछा था. उन्होंने मुझे बताया था कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया, सावरकर ने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर माफी मांगी. इंदिरा जी ने यह भी कहा था कि गांधी जी जेल गए, नेहरू जी जेल गए, लेकिन सावरकर ने माफी मांग ली.”राहुल गांधी के इस दावे पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने विरोध जताया जिसके बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक देखने को मिली. कांग्रेस नेता ने संभल की घटना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘पांच लोगों की हत्या कर दी गई…. यह संविधान में कहां लिखा है? संविधान में कहां लिखा है कि एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाओ.” राहुल गांधी ने कहा कि संविधान में कहीं नहीं लिखा कि देश में एकाधिकार, पेपर लीक और अग्निवीर होने चाहिए. उन्होंने सदन में सत्तापक्ष के सदस्यों की टोकाटोकी के बीच कहा, ‘‘संविधान में कहीं नहीं लिखा कि देश के युवाओं का अंगूठा काटना चाहिए, उनका हुनर उनसे छीन लेना चाहिए.”राहुल गांधी ने संविधान और वैचारिक लड़ाई का उल्लेख करते हुए एक हाथ में संविधान की प्रति और दूसरे हाथ में मनुस्मृति की प्रति उठाकर सदन में दिखाई. ये भी पढ़ें-:इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र का गला घोंटा, कांग्रेस के मुंह संविधान संशोधन का खून लग गया : प्रधानमंत्री मोदी