क्या हुआ था उस दिन, कैसे सोनिया गांधी ने अचानक मनमोहन सिंह को PM बनाया, जानिए पूरा किस्सा
क्या हुआ था उस दिन, कैसे सोनिया गांधी ने अचानक मनमोहन सिंह को PM बनाया, जानिए पूरा किस्सा Manmohan Singh Death: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निधन बृहस्पतिवार रात हो गया. भारत की आर्थिक प्रगति का शिल्पकार अगर उन्हें कहा जाए तो गलत नहीं होगा, हालांकि, सौम्य, ईमानदार, बेहद पढ़े-लिखे मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री बनने का किस्सा बेहद अजीब है. 2004 के लोकसभा चुनाव की मतगणना तक किसी को अंदाजा नहीं था कि अटल सरकार चुनाव हार सकती है. सभी चुनावी विश्लेषक एनडीए सरकार की वापसी का दावा कर रहे थे. मतगणना के शुरुआती रुझानों में भाजपा पिछड़ी तो लगा कि ये शुरुआती रुझान हैं. बीजेपी वापसी जरूर करेगी, लेकिन वो संभव न हो सका. कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए चुनाव जीत गई. माना जा रहा था कि सोनिया गांधी ही अब प्रधानमंत्री बनेंगी. हालांकि, 1998 में सोनिया गांधी के राजनीति में आते ही विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर शरद पवार, तारिक अनवर और पीए संगमा जैसे कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी छोड़ दी और 10 जून 1999 को नई पार्टी बना ली थी. प्रणब क्या बनने वाले थे?अपनी किताब ‘‘द पीएम इंडिया नेवर हैड” शीर्षक वाले अध्याय में प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा इस बारे में लिखती हैं, ‘‘प्रधानमंत्री पद की दौड़ से हटने के सोनिया गांधी के फैसले के बाद, मीडिया और राजनीतिक हलकों में तेज अटकलें थीं. इस पद के लिए प्रबल दावेदारों के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह और प्रणब के नामों पर चर्चा हो रही थी. मुझे कुछ दिनों तक बाबा (प्रणब मुखर्जी) से मिलने का मौका नहीं मिला, क्योंकि वह बहुत व्यस्त थे, लेकिन मैंने उनसे फोन पर बात की. मैंने उनसे उत्साहित होकर पूछा कि क्या वह प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. उनका दो टूक जवाब था, ‘नहीं, वह मुझे प्रधानमंत्री नहीं बनाएंगी’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह होंगे.” हालांकि, प्रणब मुखर्जी मनमोहन सिंह से सीनियर थे.मनमोहन नहीं थे राहुल गांधी के राजनीतिक भविष्य के लिए खतरा’ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में ओबामा लिखते हैं कि प्रधानमंत्री पद पर मनमोहन सिंह के पहुंचने को कई बार जातीय विभाजन पर भारत की जीत के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, लेकिन यह बात ठीक नहीं है. मनमोहन के प्रधानमंत्री बनने के पीछे असल कहानी सभी का पता है. वह पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं थे. ओबामा ने कहा कि यह पद उन्हें तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिया था. कई राजनीतिक समीक्षकों का तो यह भी मानना है कि उन्होंने बुजुर्ग सिख को इसलिए चुना, क्योंकि उनका कोई राष्ट्रीय राजनीतिक आधार नहीं था और वह उनके 47 वर्षीय बेटे राहुल के लिए कोई खतरा नहीं थे. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी किताब में कांग्रेस के अंदरूनी मामलों को लेकर राय जाहिर की है. उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह को इसलिए प्रधानमंत्री बनाया था, क्योंकि उन्हें मनमोहन सिंह से कोई खतरा महसूस नहीं होता था. वर्ष 2010 में भारत आए पूर्व राष्ट्रपति ने अपनी किताब में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के आवास पर आयोजित एक रात्रिभोज का भी जिक्र किया है. पार्टी में सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों नेता शामिल थे. ओबामा लिखते हैं, ‘सोनिया गांधी बोलने से ज्यादा सुनने पर गौर कर रही थीं. इसके अलावा बातचीत में वह चर्चा को अपने बेटे की तरफ मोड़ देती थीं. किताब में ओबामा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत का भी जिक्र किया. ओबामा ने लिखा कि भारत की अर्थव्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन के मुख्य शिल्पकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे और वह इस प्रगति गाथा के सही प्रतीक हैं. मनमोहन सिंह के पांच दशक का करियर1954: पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की.1957: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से इकॉनमिक्स ट्रिपोस (तीन वर्षीय डिग्री प्रोग्राम).1962: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी.फिल.1971: वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में भारत सरकार में शामिल हुए.1972: वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त हुए.1980-82: योजना आयोग के सदस्य रहे.1982-1985: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे.1985-87: योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया.1987-90: जिनेवा में दक्षिण आयोग के महासचिव रहे.1990: आर्थिक मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार नियुक्त हुए.1991: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष नियुक्त हुए.1991: असम से राज्यसभा के लिए चुने गए और 1995, 2001, 2007 और 2013 में फिर से चुने गए.1991-96: पी वी नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री रहे.1998-2004: राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे.2004-2014: भारत के प्रधानमंत्री रहे.ये भी पढ़ें-Video: PM रहते मनमोहन सिंह की वो आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस, जब उन्होंने कहा- ‘इतिहास मेरे प्रति…’ मनमोहन सिंह ने एक समय प्री-मेडिकल कोर्स में लिया था दाखिला, बेटी ने बताया था किस्सामनमोहन सिंह ने ऐसे कौन से किए 4 बड़े काम, जिससे देश को बनाया खुद का कर्जदार