Women’s Day: ये हैं इंडिया की टॉप 10 पावरफुल महिला IAS-IPS अफसर, जिन्होंने बनाई योग्यता से अपनी पहचान
Women’s Day: स्त्री की भूमिका हमेशा से अतुलनीय रही है, घर से लेकर बाहर तक स्त्री ने हर चीज को सुंदर बनाने की कोशिश की. एक मां के रुप में एक पत्नी, एक बहन, बेटी हर रूप में महिला ने हर रोल बखूबी निभाया है. इतना ही नहीं जब बात आती है बाहर की दुनिया संभालने की तो वहां भी महिलाओं ने कमाल किया है. आजकल महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी क्षमता और मेहनत से सफलता प्राप्त कर रही हैं. देश की सेवा करने में महिलाओं ने पुरुषों के बराबर ही साथ दिया है. इस महिला दिवस पर आज हम बात करेंगे उन दमदार टॉप 10 महिला IAS-IPS की जिन्होंने अपनी योग्यता और साहस एक पहचान बनाई और कई महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बनीं. चलिए जानते हैं उन महिलाओं के नाम.अन्ना राजम मल्होत्रा (Anna Rajam Malhotra IAS) अन्ना राजम मल्होत्रा, आज़ाद भारत की पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने 1951 बैच से अपने करियर की शुरुआत की और दो प्रधानमंत्रियों और सात मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया. उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था और 1982 एशियाई खेलों की प्रभारी भी रही हैं.किरण बेदी (Kiran Bedi IPS)किरण बेदी भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्होंने 1972 बैच में यूपीएससी परीक्षा पास की. तिहाड़ जेल में किए गए सुधारों के लिए उन्हें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार भी मिला. उनका कार्य भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों और सामाजिक सुधारों में महत्वपूर्ण रहा.दुर्गा शक्ति नागपाल (Durga Shakti Nagpal IAS)आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल 2010 बैच की अधिकारी हैं और उत्तर प्रदेश कैडर में कार्यरत हैं.उन्हें अवैध रेत खनन माफिया के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई के लिए जाना जाता है. उनकी ईमानदारी और साहस ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई.संजुक्ता पराशर (Sanjukta Parashar IPS) आईपीएस संजुक्ता पराशर 2006 बैच की असम कैडर की अधिकारी हैं.उन्होंने उग्रवादियों के खिलाफ कई अभियानों का नेतृत्व किया, जिसमें 16 उग्रवादियों को मारा और 64 से अधिक को गिरफ्तार किया. उन्हें ‘आयरन लेडी ऑफ असम’ के नाम से जाना जाता है.स्मिता सभरवाल (Smita Sabharwal IAS) स्मिता सभरवाल 2001 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. वह तेलंगाना कैडर में कार्यरत हैं और मुख्यमंत्री कार्यालय में सबसे कम उम्र में नियुक्ति प्राप्त करने वाली महिला अधिकारी हैं. उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सुधारों में उल्लेखनीय कार्य किए हैं और ‘पीपल्स ऑफिसर’ के नाम से प्रसिद्ध हैं.अपर्णा कुमार (Aparna Kumar IPS)आईपीएस अपर्णा कुमार 2002 बैच की अधिकारी हैं.वह उत्तर प्रदेश कैडर में कार्यरत हैं और सात महाद्वीपों के सात सबसे ऊंचे शिखरों को फतह करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. उन्होंने आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाली पहली महिला आईपीएस अधिकारी भी हैं.टीना डाबी (Tina Dabi IAS) टीना डाबी 2015 बैच की आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में टॉप किया. वह राजस्थान कैडर में कार्यरत हैं और दलित वर्ग से आने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. वह ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सक्रिय हैं.मेरिन जोसेफ (Merin Joseph IPS) मेरिन जोसेफ 2012 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं, जो केरल कैडर में कार्यरत हैं. बलात्कार के आरोपी को सऊदी अरब से भारत लाने में उनकी अहम भूमिका रही थी। वह अपनी बहादुरी और त्वरित निर्णयों के लिए जानी जाती हैं.कंचन चौधरी भट्टाचार्य (Kanchan Chaudhary Bhattacharya IPS) कंचन चौधरी भट्टाचार्य 1973 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं और पहली महिला पुलिस महानिदेशक हैं. उन्हें महिला सुरक्षा और अपराध नियंत्रण में उनके योगदान के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था.बी. चंद्रकला (B. Chandrakala IAS) आईएएस बी. चंद्रकला 2008 बैच की अधिकारी हैं. उत्तर प्रदेश कैडर में उनकी सेवाओं के दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए और विकास कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. ये सभी महिला अधिकारी न केवल अपने क्षेत्र में अग्रणी रही हैं, बल्कि उन्होंने अपनी मेहनत और साहस से समाज में बदलाव लाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनकी सफलता और संघर्ष आज की पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं.