छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम विष्णुदेव साय (Vishnudev Sai ) ने बड़ा ऐलान किया है. दिल्ली में आला नेताओं के साथ मंथन के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि मंत्रिमंडल में अनुभव और युवा जोश दोनों ही देखने को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में नए और पुराने दोनों चेहरों को जगह दी जाएगी.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी के तौर पर किए गए वादे के अनुसार प्रदेश में किसानों से धान की खरीदी की जाएगी. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रविवार को नई दिल्ली में वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर से मुलाकात की थी.
इस दौरान प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा के अलावा नितिन नवीन भी उपस्थित थे. ये सभी नेता दिल्ली में पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि इस मीटिंग में मंत्रियों के नामों पर मुहर लग चुकी है. अब सिर्फ इसका ऐलान होना भर बाकी है.
ये हैं मंत्रिमंडल के संभावित उम्मीदवार
बिलासपुर संभाग से अरुण साव उप मुख्यमंत्री बन चुके हैं. उनके अलावा बिलासपुर से पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, धरमजीत सिंह, कलेक्टर से नेता बने ओपी चौधरी और पुन्नूलाल मोहले मंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. वहीं, दुर्ग संभाग से विजय शर्मा उप मुख्यमंत्री बन चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है. इनके अलावा इस संभाग के अहिवारा से डोमनलाल कोर्स वाड़ा, नवागढ़ से दयालदास बघेल को प्रबल दावेदार माना जा रहा है. डोमन लाल कोर्स वाड़ा से नया चेहरा है. लिहाजा, उन्हें प्रबल दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है.
वहीं, दयालदास पहले भी मंत्री रह चुके हैं. रायपुर संभाग की बात की जाए, तो यहां से वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और गुरु खुशवंत साहेब प्रबल दावेदार के तौर पर देखे जा रहे हैं. सतनामी गुरु खुशवंत नया चेहरा है, इसलिए खुशवंत साहेब की भी प्रबल संभावना है. इसके अलावा, बस्तर संभाग से केदार कश्यप, लता उसेंडी और विक्रम उसेंडी मंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार के तौर पर देखे जा रहे हैं. आपको बता दें कि ये तीनों पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
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