युवा कांग्रेस के आरोपों पर भाजयुमो प्रदेश मंत्री जयराम दास ने किया पलटवार, कहा – तिरंगे पर सवाल बरदाश्त नहीं…
जगदलपुर। भाजपा जहां एक ओर तिरंगा यात्रा को सफल बनाने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पर जमकर निशाना साध रही है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री व तिरंगा यात्रा के जिला संयोजक जयराम दास ने युवा कांग्रेस द्वारा हर घर तिरंगा और तिरंगा यात्रा पर उठाए सवालों को लेकर कटाक्ष किया है।भाजयुमो प्रदेश मंत्री जयराम दास ने युवा कांग्रेस के नेता द्वय जावेद खान, अजय बिसाई पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पलटवार किया है।
उन्होंने कहा है कि दूसरे के दरारों में झांकने से पहले कांग्रेस पहले अपने गिरेबान में झांके। देश, देशभक्ति और सेना पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस पार्टी क्या जानेगी कि देश प्रेम क्या होता है। इन्हें तो बस हर मुद्दा राजनीतिक चश्मे से देखना आता है। देश प्रेम और एकता को बढ़ाने वाली मुहीम “हर घर तिरंगा” और “तिरंगा यात्रा” भी अब इन्हें राजनीतिक स्टंट नजर आ रही है।
भाजयुमो नेता जयराम दास ने जावेद खान के आरोपों को सिरे से खारिज़ करते हुए कहा कि कोरोना काल में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैक्सीन तैयार किया, जिससे देश में वैक्सीनेशन प्रारंभ हुआ, साथ ही पूरे विश्व में भारत ने वैक्सीन के रूप सहयोग प्रदान कर अपना लोहा मनवाया। ऐसे अनुकरणीय प्रयासों के बाद जब प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वास्थ्यकर्मियों पर पुष्प वर्षा की तो उसमें भी कांग्रेस के सीने पर साँप लोटने लगे, जिसके चलते ऐसी बयानबाजी कांग्रेस कर रही है।
सीएम विष्णुदेव साय का कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत करना भी इन्हें रास नहीं आ रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाकर कांग्रेसी उलूल-जुलूल बयानबाजी कर रहे हैं। जयराम दास ने भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष पर लगाए आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि उन पर लगाये गये आरोप सभी बेबुनियाद और तर्कहीन हैं।
प्रशासन के कार्यों में कोई अनियमितता अथवा कमियां होंगी तो उसे प्रशासन के संज्ञान में लाना हर एक व्यक्ति का कर्तव्य है। बात को तोड़ मरोड़कर बताने की बजाय कांग्रेस को अपना अस्तित्व बचाने पर काम करना चाहिए। जनसरोकार की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले जावेद खान पिछले पांच वर्ष तक कहाँ थे जब छत्तीसगढ़ की जनता भूपेश सरकार के काले कारनामों से त्राहिमाम कर रही थी। अगर जनता की इतनी चिंता तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने की होती, तो जनता उन्हें उखाड़ कर मूँह के बल नहीं गिराती।
भाजयुमो नेता जयराम ने अजय बिसाई के द्वारा आरएसएस पर लगाये गये आरोपों को सिरे से खारिज़ किया। उन्होंने कहा, “जिस दिन से भारत की संविधान सभा में निर्णय हुआ और विधिवत भारत ने तिरंगे को अपने राष्ट्रीय ध्वज के रूप में स्वीकार किया, उस दिन सिर्फ संघ ही क्या, पूरे देश के लिए तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज हो गया।
संघ राष्ट्र से जुड़े जितने भी प्रतीक हैं, फिर वो चाहे राष्ट्र ध्वज हो या राष्ट्रगान हो, उनका सम्मान करता है। संघ का उद्देश्य ही राष्ट्र के लिए है। जब संघ ने संविधान को स्वीकार किया है, देश को स्वीकार किया है तो उससे जुड़ी हर चीज़ को भी स्वीकार किया है। जयराम ने वर्ष-2002 से पहले संघ कार्यालय में तिरंगा ना फ़हराये जाने की आलोचना को ख़ारिज़ करते हुए कहा कि संघ ने कभी तिरंगे का विरोध नहीं किया है।
सन् 1950 में भारत सरकार ने प्रतीक और नाम अधिनियम लागू किया था, जिसके तहत राष्ट्रध्वज को कैसे और कब फ़हराया जा सकता है इसे लेकर नियम बनाए गए थे। उन नियमों के तहत निजी तौर पर तिरंगा नहीं फ़हराया जा सकता है। नवीन जिंदल ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि कोई भी व्यक्ति अपने घर पर या दफ़्तर पर तिरंगा फ़हरा सकता है।
कांग्रेस अब तिरंगे को लेकर झूठ बोल रही है और बेबुनियाद आलोचना कर रही है, जो कि तर्कहीन और इनकी कुंठित मानसिकता को दर्शाती है।भाजयुमो नेता जयराम दास ने अंत में कहा कि सत्ता छिन जाने से बौखलाए कांग्रेसी नेता, युवा कांग्रेस के नेताओं के जरिये उल्टे-पुल्टे बयानबाजी करवा रहें है।