कांग्रेस ने खेला चुनावी इक्के का दांव, प्रियंका गाँधी ने कांकेर सभा में कर दी “जातीय जनगणना” करवाने की घोषणा…
कांकेर , 07 अक्टूबर 2023 : छत्तीसगढ़ के काँकेर जिले में आयोजित नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन में शामिल होने कल प्रियंका गांधी पहुँची थी. इस बीच प्रियंका गाँधी ने एक सभा में कहा कि यदि कांग्रेस सत्ता में वापस आएगी तो “जातीय जनगणना” करायेंगे. और प्रियंका गाँधी का यह बयान साफ कर रहा है की वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव आसान नहीं होगा। गाँधी का यह बयान देना इस बात को साफ कर रहा है की कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ को महत्वपूर्ण समझ रहा है और आने वाले चुनाव में जीत सुनिश्चित चाहता हैं। पिछला चुनाग एंटी इनकंबेंसी के आधार पर जीता गया चुनाव है पर इस बार विपक्ष से असली आमना-सामना होगा। कांग्रेस का 75+ सीटों का दावा दमदार नही दिख रहा है।
राज्य में चुनावी उम्मीदवारी की प्रथम सूची जारी होने के बाद राजनीतिक गलियारों में गर्मी तेज बढ़ने लगी है। विपक्ष प्रबलता से कांग्रेस पर लगें घोटालों के आरोप और भ्रष्टाचार के किस्सों को उजागर कर रहा हैं। इसके चलते भूपेश सरकार जनता के कठघरे में खड़ी हो गई है, जिससे बचने के लिए “जातीय जनगणना” आदि के विषयों को उठाकर डिफेंसिव स्टैंड लिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस में आंतरिक फूट बढ़ गई है, इसे ठीक न करने पर चुनावी परिणामों में विषमता आ सकती है। इस विषय की गंभीरता को देखकर केंद्रीय नेतृत्व ने बागडोर अपने हाथों में ले ली है।
“जनगणना” और “जातिगत जनगणना” दोनों अलग प्रकार की प्रक्रिया से करवाएं जाते है। केंद्र सरकार जातिगत जनगणना को जनगणना के कार्य में जटिलता लाने और जातिवाद को बढ़ावा मिलने के कारणों से उपयुक्त नहीं मानती। वही बिहार राज्य में जातिगत जनगणना को जनता को फायदा दिलाने का एक महत्वपूर्ण साधन बताया जाता है। जातिगत जनगणना से भले ही बिहार में जातियों का एक क्वांटिफाइड डाटा प्राप्त हो गया है, बावजूद इसके आज तक बिहार जातिवाद, जातीय उन्माद और छुआछूत जैसी समस्याओं से नहीं उभर पाया हैं। अब देखना यह है की इसका प्रभाव छत्तीसगढ़ पर कितना और कैसा पड़ेगा।