स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश
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Exclusive: नवाब मलिक को लेकर महायुति में कोई मतभेद नहीं, हमारा समय अच्छा चल रहा है – NDTV से अजित पवार

स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश

Exclusive: नवाब मलिक को लेकर महायुति में कोई मतभेद नहीं, हमारा समय अच्छा चल रहा है – NDTV से अजित पवारमहाराष्ट्र में जल्द विधानसभा चुनाव होने को हैं. चुनाव से पहले एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने एनडीटीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि घड़ी उनके पास है, समय अच्छा चल रहा है. कोशिश हैं कि यह और भी अच्छा चले. इसीलिए वह सभी के साथ मिलकर काम में जुटे हुए हैं और चुनाव प्रचार कर रहे हैं. अजित पवार ने कहा कि उन्होंने महायुति में डेढ़ साल काम किया है और अच्छी योजनाएं लेकर आए हैं. अब ये तय वोटर को करना है कि वह किसके हाथों में महाराष्ट्र के पांच साल देंगे. इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र में महायुति सरकार बनने का भरोसा जताया. उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि नवाब मलिक को लेकर महायुति में कोई मतभेद नहीं है.अजित पवार ने का कहना है कि विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा है. विपक्ष सिर्फ वोट के लिए योजनाओं का ऐलान कर रहा है. राजनीति में सभी को भाषा की गरिमा रखनी चाहिए. वहीं नवाब मलिक पर लगे आरोपों पर उन्होंने कहा कि उन पर आरोप अभी साबित नहीं हुए हैं. कई लोगों पर इस तरह के आरोप लगते हैं. नवाब मलिक को लेकर महायुति में मतभेद नहीं है.लाड़ली बहना स्कीम से लोग खुशलाड़ली बहना स्कीम को लेकर अजित पवार ने कहा कि यह स्कीम बहुत पॉपुलर होगी, उनको इसका पूरा भरोसा है. 2 कोरड़ 30 लाख लाड़ली बहनों को इस स्कीम का फायदा मिला है. खेती या घर में काम करने वाली गरीब महिलाएं सरकार की इस योजना से बहुत खुश हैं. जुलाई में बजट के समय यह स्कीम पेश की गई. इसे तैयार करने में उनको डेढ़ महीना लग गया. सभी ने मिलकर काम किया और योजना को आधार से लिंक किया. अब पैसा डायरेक्ट उनके अकाउंट में जाता है. इस योजना के तहत अगस्त में 3 हजार रुपए दिए, सितंबर में डेढ़ हजार रुपए दिए. अक्टूबर में फिर 3 हजार रुपए दिए. नवंबर में चुनाव की वडह से आचार संहिता लग जाएगी, तो परेशानी होगी. इसी वजह से त्योहार के समय उनको पैसा दिया गया  उसके चेहरों पर खुशी देखने को मिली. 

अजित पवार ने कहा कि उन्होंने महायुति में डेढ़ साल काम किया है और अच्छी योजनाएं लेकर आए हैं. अब ये तय वोटर को करना है कि वह किसके हाथों में महाराष्ट्र के पांच साल देंगे.
Bol CG Desk

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