स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश
Quick Feed

खालिदा जिया की पार्टी के लिए काम करता था: सैफ को चाकू मारने वाले शख्स के पिता

स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश

खालिदा जिया की पार्टी के लिए काम करता था: सैफ को चाकू मारने वाले शख्स के पिताबॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान के घर में घुसकर चाकू से हमला करने का आरोपी बांग्लादेश का अवैध प्रवासी शरीफुल इस्लाम शहजाद बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) का सदस्य है. आरोपी के पिता मोहम्मद रूहुल अमीन ने एनडीटीवी से फोन पर बातचीत में इस मामले को लेकर बड़ा खुलासा किया है.’2024 में बांग्लादेश से भागकर भारत आया था’अमीन ने बताया कि उनका बेटा मार्च 2024 में बांग्लादेश से भागकर भारत आया था. वह बांग्लादेश में तत्कालीन सत्तारूढ़ अवामी लीग द्वारा राजनीतिक उत्पीड़न से बचने के लिए भारत आया था. बता दें कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना अगस्त 2024 में पद से हटाई गई थी और उस समय खालिदा जिया की BNP विपक्ष में थी.’बांग्लादेश में कई झूठे मामले दर्ज’अमीन के अनुसार उनके बेटे के खिलाफ बांग्लादेश में कई झूठे मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें मोबाइल चोरी का मामला भी शामिल था. स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि शहजाद को लगा कि वह बांग्लादेश में सुरक्षित नहीं है और इसलिए उसने भारत में नौकरी की तलाश शुरू की थी.अमीन ने यह भी कहा कि उनके बेटे को बांग्लादेश में कई यातनाएं दी गईं और उनके खिलाफ बिना किसी अपराध के झूठे मामले दर्ज किए गए. उन्होंने बताया कि वे और उनके दो बेटे BNP के लिए काम करते हैं और उन्होंने खुद भी कई झूठे मामलों का सामना किया है.अमीन ने यह दावा किया कि सैफ अली खान के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में जो व्यक्ति दिखा, उसे गिरफ्तार किया गया था. वह उनका बेटा नहीं है. सीसीटीवी फुटेज में दिखाई गई व्यक्ति की पहचान उनके बेटे से मेल नहीं खाती.पुलिस सूत्रों ने पहले बताया था कि शहजाद मेघालय के रास्ते भारत आया था और दावकी नदी पार कर मुंबई आने से पहले कुछ सप्ताह पश्चिम बंगाल में रहा था. अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने शहजाद के बांग्लादेशी सरकारी दस्तावेज बरामद किए हैं और उनका मानना ​​है कि वह अब भारत में बिजॉय दास के नाम से रह रहा था.

Saif Ali Khan Case: अमीन के अनुसार उनके बेटे के खिलाफ बांग्लादेश में कई झूठे मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें मोबाइल चोरी का मामला भी शामिल था. स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि शहजाद को लगा कि वह बांग्लादेश में सुरक्षित नहीं है और इसलिए उसने भारत में नौकरी की तलाश शुरू की थी.
Bol CG Desk

Related Articles

Back to top button