हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश : संजय अशर
हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट भारतीय अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश : संजय अशर Hindenburg’s new report : हिंडनबर्ग (Hindenberg) दुनिया भर में कुख्यात होता जा रहा है. भारत के अदाणी ग्रुप (Adani Group) को लेकर उसने फिर एक बार रिपोर्ट दी है. इस नई रिपोर्ट में वो सब कुछ नये तरीके से बताया गया है, जिसे सुप्रीम कोर्ट पहले ही खारिज कर चुका है. हालांकि, रिपोर्ट आई है तो इस पर हंगामा मचना था और मचा भी. क्योंकि इसमें देश और दुनिया की दिग्गज कंपनी अदाणी ग्रुप के साथ सेबी की अध्यक्ष पर भी आरोप लगाने की कोशिश की गई है. अदाणी ग्रुप और सेबी अध्यक्ष ने तो इसे खारिज करते हुए दुर्भवनापूर्ण बताया ही है, मामले की समझ रखने वाले भी इसे भारत के खिलाफ साजिश बता रहे हैं. क्या छिपा रहा हिंडनबर्ग? Crawford Bayley and Company के Partner संजय अशर ने एनडीटीवी से कहा कि Hindenberg की Report में स्पष्ट साजिश नजर आती है. यह हमारी अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार को destabilize करने की एक साजिश है. Hindenberg को अगर कुछ करना था, तो पहले उसे SEBI ने जो नोटिस भेजा था, उसे उसका जवाब देना चाहिए था. Hindenberg को कुछ छिपाना है, तभी उसके पास सेबी के सवालों का जवाब नहीं है और वह ध्यान भटका रहा है. हिंडनबर्ग क्या चाहता है?संजय अश्वर ने कहा कि भारत का शेयर बाजार और Financial System बहुत मजबूत है. Hindenberg उसको अस्थिर (Destabilize) करना चाहता है. उसके आरोपों में कोई दम नहीं है. SEBI के Chairperson ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके Investments गैर-कानूनी नहीं हैं. उन्होंने सब कुछ पहले ही Disclose कर दिया है. ये सब चीजें अदाणी ग्रुप और SEBI को Destabilize करने की साजिश है. इनके जरिए भारतीय अर्थव्यवस्था को Destabilize करना है. Stock Market को destabilize करना है. भारत के अंदर और भारत के बाहर कई Vested Interest वाले लोग हैं. वही ये सब कर रहे हैं और जो देश की Market और Economy तेजी से आगे बढ़ रही है, उसे बर्बाद करना चाह रहे हैं. ये भी पढ़ें-हिंडनबर्ग को कौन फंड दे रहा? क्यों पीछे पड़ा है अदाणी ग्रुप के? नई रिपोर्ट के बाद जानें क्यों उठे सवालSEBI के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जेएन गुप्ता से समझिए Hindenberg Report के नये दावों में कितना दम?