आपसे मुझे संरक्षण की उम्मीद…ओम बिरला को बधाई देते हुए बोले चंद्रशेखर आजाद
आपसे मुझे संरक्षण की उम्मीद…ओम बिरला को बधाई देते हुए बोले चंद्रशेखर आजादओम बिरला एक बार फिर से लोकसभा अध्यक्ष बन गए हैं. उनको ध्वनिमत से नया अध्यक्ष चुना गया. उनके अध्यक्ष चुने जाने के साथ ही पिछले कई दिनों से चल रहा घटनाक्रम भी खत्म हो गया. इसके साथ ही नए स्पीकर ओम बिरला को सभी सांसदों ने बधाई दी. बधाई देने वालों में उत्तर प्रदेश के नगीना से निर्वाचित आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सांसद चंद्रशेखर (Bhim Army Chief Chandrashekhar) भी शामिल रहे. उन्होंने बहुत ही अनोखे अंदाज में उनको बधाई दी और उनको लोकतंत्र का रक्षक कहकर संबोधित किया.चंद्रशेखर ने दी लोकसभा स्पीकर को बधाईओम बिरला को बधाई देते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि बहुत सारे सदस्यों ने आपकी तारीफ की. परेशानी आने पर आपने मेरा संरक्षण किया और मैं आपसे संरक्षण की उम्मीद करता हूं. मेरी ये भी प्रार्थना है कि आप लोकतंत्र के रक्षक हैं और प्रकृति आपको लोकतंत्र की रक्षा करने की ताकत प्रदान करें.चंद्रशेखर का संसद में पहला भाषण, जानिए क्या बोले#ChandrashekharAzad | #Loksabha pic.twitter.com/TwtiEkU1kA— NDTV India (@ndtvindia) June 26, 2024चंद्रशेखर पहली बार चुनकर संसद पहुंचे हैं. वह नगीना से सांसद है. उन्होंने लोकसभा स्पीकर को बधाई देते हुए कहा कि हमारे वर्ग की हालात बहुत ही खराब है, अगर हमें मौका नहीं मिलेगा तो हम अपनी बात नहीं रख पाएंगे. ध्वनिमत से चुने गए ओम बिरलाबता दें कि ओम बिरला को अध्यक्ष चुने जाने से पहले विपक्ष ने के के सुरेश को उम्मीदवार बनाया था. तब जानकारी सामने आई थी कि एनडीए ने आजाद समाज पार्टी कांशीराम के अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर से भी बात की है. सवाल ये भी उठा था कि क्या चंद्रशेखर एनडीए उम्मीदवार के समर्थन में वोट करेंगे.हालांकि ऐसी नौबत ही नहीं आई. क्यों कि ध्वनिमत से ही बिरला को नया अध्यक्ष चुन लिया गया. विपक्ष ने डिविजन की मांग ही नहीं की. वहीं भीम आर्मी चीफ ने लोकसभा अध्यक्ष से सहयोग की मांग की.पहले ही दिन चंद्रशेखर ने दिखाए तीखे तेवरलोकसभा में शपथ ग्रहण के दौरान चंद्रशेखर आजाद के तीखे तेवर भी देखे गए. उन्होंने शपथ लेने के बाद “नमो बुद्धाय, जय भीम, जय भारत, जय संविधान, जय जवान- जय किसान, लोकतंत्र जिंदाबाद, भारत की महान जनता जिंदाबाद के नारे लगाए. सांसदों की तरफ से आवाज उठी कि “पूरा भाषण देंगे क्या”, जिस पर उन्होंने जवाब दिया. “देंगे, इसीलिए यहां आए हैं.” उन्होंने आगे कहा कि “कहने ही आए हैं.”ये भी पढ़ें-कुर्सी और दीवार पर सीमेंट… जब बिरला को बधाई में अखिलेश दिखा गए ‘शब्दों की सफाई’