Quick Feed

भारत ने स्पेस स्टेशन मिशन के लिए चुना प्राइम एस्ट्रोनॉट, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को मिली कमान

भारत ने स्पेस स्टेशन मिशन के लिए चुना प्राइम एस्ट्रोनॉट, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को मिली कमानभारत की स्पेस एजेंसी ISRO ने इंडो-यूएस मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरने के लिए प्राइम एस्ट्रोनॉट को चुन लिया है. ISRO ने सबसे कम उम्र के एस्ट्रोनॉट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Group Captain Shubhanshu Shukla) को प्राइम एस्ट्रोनॉट (Prime Astronaut) बनाया है. भारत ने अपने पहले ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन ‘गगनयान’ (Mission Gaganyaan) के लिए हाल ही में 4 एस्ट्रोनॉट के नाम का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और शुभांशु शुक्ला को ‘मिशन गगनयान’ के लिए चुना था. भारत 2040 तक चंद्रमा पर मानव भेजना चाहता है.गगनयान की तैयारी का साल होगा 2024 : ISRO चीफ एस सोमनाथकौन हैं शुभांशु शुक्ला?शुभांशु शुक्ला का जन्म उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 10 अक्टूबर 1985 में हुआ था. वो नेशनल डिफेंस एकेडमी से पासआउट हैं. वो इंडियन एयर फोर्स की फाइटर स्ट्रीम में 16 जून 2006 से कमिशन हुए थे.मॉस्को में हासिल की ट्रेनिंगउन्होंने रूस की राजधानी मॉस्को के यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग हासिल की है. विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला Su-30 MKI,MiG-21, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और An-32 एयरक्राफ्ट उड़ा चुके हैं.2035 तक अंतरिक्ष में भारत का अपना स्पेस सेंटर होगा : पीएम मोदीगगनयान मिशन के बारे में जानें?गगनयान मिशन भारत का पहला ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन है. गगनयान मिशन को 2025 में लॉन्च किया जाएगा. इसके तहत 4 एस्ट्रोनॉट्स को 400 किलोमीटर ऊपर धरती की निम्न कक्षा (लोअर ऑर्बिट) में स्पेस में भेजा जाएगा. दो से तीन दिन स्पेस में बिताने के बाद उन्हें सुरक्षित वापस हिंद महासागर में समुद्र के भीतर उतारा जाएगा. Explainer : गगनयान मिशन के लिए चुने गए 4 पायलटों में कोई महिला क्यों नहीं?

‘मिशन गगनयान’ के लिए पीएम मोदी ने हाल ही में 4 एस्ट्रोनॉट के नाम का ऐलान किया था. पीएम ने प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और शुभांशु शुक्ला को ‘मिशन गगनयान’ के लिए चुना था.
Bol CG Desk (L.S.)

Related Articles

Back to top button