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इज़रायल ने राफ़ा हमले से पहले बंधक समझौते को दिया “आखिरी मौका” : रिपोर्ट

इज़रायल ने राफ़ा हमले से पहले बंधक समझौते को दिया “आखिरी मौका” : रिपोर्ट

इजरायल और गाजा के बीच चल रहा युद्ध (Israel Gaza Attack) थमने की बजाय और भी तेज होता जा रहा है. राफा हमले से पहले इजरायल ने सीज फायर और बंधक समझौते को आखिरी मौका दिया है, ये जानकारी मीडिया रिपोर्ट के हवाले से सामने आई है. दरअसल इजरायल गाजा पट्टी के दक्षिण में राफा शहर पर हमले के लिए तैयार है. एक सीनियर इज़रायली अधिकारी के मुताबिक,  शुक्रवार को तेल अवीव में मिस्र और इज़रायली प्रतिनिधियों के बीच बातचीत “बहुत अच्छी” और फोकस्ड रही. मिस्रवासी साफ तौर पर एक समझौते पर पहुंचने के लिए फिलिस्तीनी ऑपरेटिव संगठन हमास पर दबाव डालने के लिए तैयार थे. टाइम्स ऑफ इज़रायल ने शुक्रवार देर शाम रिपोर्टों के हवाले से कहा कि बातचीत के सभी क्षेत्रों में प्रगति हुई है. इससे पहले मिस्र के टेलीविजन स्टेशन अल-क़ाहिरा न्यूज़ ने भी काफी प्रगति की बात कही थी. इजरायली अधिकारी के हवाले से कहा गया कि इजरायल हमास को, खास तौर पर गाजा पट्टी में उसके नेता याह्या अल-सिनवार को राफा में नियोजित सैन्य हमले को रोकने के लिए बंधक समझौते में देरी करने की परमिशन नहीं देगा.  सका मतलब यह है कि इजरायल ने बंधक समझौते सीजफायर के संकेत दिए हैं. इजरायल राफा पर हमले के लिए तैयारहमास के पास अब भी आखिरी मौका है. वहीं इजरायल राफा में हमले के लिए पूरी तरह तैयार है. सेना ने कुछ दिन पहले दो और रिजर्व ब्रिगेड जुटाए थे. बता दें कि हमास के अल-सिनवार को पिछले साल 7 अक्टूबर को इज़रायल में हुए नरसंहार का मास्टरमाइंड माना जाता है. इस हमले में करीब 1,200 इज़राइली सैनिक और नागरिक मारे गए थे और 200 से ज्यादा लोगों का गाजा में अपहरण कर लिया गया था. इज़रायली सेना का मानना ​​है कि अल-सिनवार राफ़ा के नीचे सुरंगों में छिपा हुआ है.हमले से पहले गाजा के पास आखिरी मौकाटाइम्स ऑफ इज़रायल ने एक इजरायली सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा, “राफा हमले से पहले यह आखिरी मौका है. इसे राफा के भविष्य का समझौता कहा जा सकता है.” बता दें कि बदले की आग में जल रहा इजरायल मिस्र की सीमा से लगे दक्षिणी गाजा के शहर में बची हुई हमास बटालियनों को भी नष्ट करना चाहता है. इजरायली मीडिया के मुताबिक, मिस्र राफा पर हमले को रोकने के लिए एक समझौते पर विचार कर रहा है.  मिस्र को चिंता है कि बड़ी संख्या में फ़िलिस्तीनी बॉर्डर क्रॉस कर सकते हैं. बता दें कि गाजा पट्टी के बाकी हिस्सों में हो रही लड़ाई से 10 लाख से ज्यादा नागरिकों ने भागकर राफा में शरण ली है. हमास के पास बंधकों की रिहाई की डील इज़रायली मीडिया के मुताबिक, मिस्र और इज़रायली प्रतिनिधियों के बीच नई वार्ता का मकसद शुरू में हमास के साथ एक सीमित समझौते पर ध्यान केंद्रित करना था, जिसके तहत केवल कुछ महिला, बुजुर्ग और बीमार बंधकों को रिहा किया जाएगा. हमास ने ऐसे 40 किडनैप लोगों को रिहा करने के अमेरिकी प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. उनके मुताबिक, अब इतने बंधक जीवित नहीं बचे हैं जो इन कैटेगरी में आते हों. हमास गाजा में स्थायी युद्धविराम की मांग कर रहा है, जिसे इजरायल सरकार खारिज करती रही है. ये भी पढ़ें-“जो बाइडेन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के समर्थक” : कॉलेजों में फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन पर अमेरिकाये भी पढ़ें-“दुनिया ऐसा नहीं…”, फिलिस्तीन के समर्थन में अमेरिका में हुए विरोध प्रदर्शन पर नेतन्याहू

टाइम्स ऑफ इज़रायल ने एक इजरायली सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा, “राफा हमले (Rafah Attack) से पहले यह आखिरी मौका है. इसे राफा के भविष्य का समझौता कहा जा सकता है.”
Bol CG Desk (L.S.)

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