स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं - मान. केदार कश्यप, कैबिनेट मंत्री
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता व पूर्व विधायक रंजना साहू ने किरणमयी नायक द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष पद से इस्तीफे से इंकार करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि किरणमयी नायक को राजनीतिक शुचिता दिखानी चाहिए। शासन व्यवस्था बदलने के बाद उन्हें स्वतः महिला आयोग छोड़ देना चाहिए था।
जब उन्हें नियुक्त करने वाली कांग्रेस सरकार को ही छत्तीसगढ़ की जनता ने बुरी तरह नकार दिया और सत्ता से सड़क पर ला दिया तो किरणमयी नायक किस नैतिकता से किस कार्यकाल के अधूरे होने के तर्क देकर पद पर बनी रहना चाहती हैं। उन्होंने एक कार्यकाल पूरा कर लिया तो अनाप शनाप तरीके से राजनीतिक उपहार बांटने वाली कांग्रेस सरकार ने उन्हें एक और कार्यकाल दे दिया। यदि कांग्रेस सरकार को किरणमयी नायक की सेवाएं इतनी ही पसंद आ रही थीं तो उन्हें सरकार के कार्यकाल तक के लिए नियुक्त करना चाहिए था।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रंजना साहू ने कहा कि कांग्रेसियों ने जनता के हक में कोई काम नहीं किया। लिहाजा जनता ने कांग्रेस की छुट्टी कर दी। ताज्जुब की बात है कि कई सारे कांग्रेस नेता सरकार बदलने के बाद भी राजनीतिक नियुक्तियों वाले पदों से चिपके रहे। कांग्रेस के ही लोग खुलासा कर रहे हैं कि कुछ देकर कुछ लेने वालों की कांग्रेस में कमी नहीं है तो ऐसे में ये कांग्रेस नेता अपनी प्रतिष्ठा को खूंटी पर टांग कर निगम, मंडल, जहां- तहां पदों को छोड़ने तैयार नहीं थे। शासन ने नियमानुसार कदम उठाए। किरणमयी प्रतिष्ठित महिला नेता हैं। उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वे राजनीतिक गरिमा बनाए रखते हुए स्वेच्छा से पद त्याग कर दें। बेहतर होगा कि किरणमयी नायक यहां वहां के तर्क न देकर नैतिकता का परिचय दें।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रंजना साहू ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने यदि सत्ता सुख भोगते हुए जनसेवा की ओर ध्यान दिया होता तो आज कांग्रेस की ऐसी स्थिति शायद नहीं होती। अब भी समय है कि मोहमाया छोड़कर जनता की सेवा का मन बनाएं। वैसे जनसेवा की जिम्मेदारी जनता ने भाजपा को सौंपी है तो कांग्रेस के नेताओं को इससे भी फुर्सत है। तब वे अपने जर्जर संगठन को ही दुरुस्त करने में लग जाएं।