Malaria Vaccine: मलेरिया को समाप्त करने के लिए इस देश ने शुरू किया टीकाकरण अभियान
Malaria Vaccine: मलेरिया को समाप्त करने के लिए इस देश ने शुरू किया टीकाकरण अभियानMalaria Vaccine In Hindi: मलेरिया एक प्रोटोज़ोआ संक्रमण है जो संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फैलता है. अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश नाइजीरिया में पांच वर्ष से कम आयु के हजारों बच्चों की जान लेने वाली घातक बीमारी के खिलाफ ऐतिहासिक कदम उठाते हुए नाइजीरिया ने मलेरिया का नया टीका शुरू किया है, जो मुफ्त दिया जाएगा. नाइजीरिया के स्वास्थ्य और समाज कल्याण समन्वय मंत्री अली पाटे ने कहा कि ग्लोबल वैक्सीन समूह गावी द वैक्सीन अलायंस और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के साथ साझेदारी में वैक्सीन की 846,200 डोज खरीदी गई हैं.उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक लगभग 153,800 और डोज मिलने की उम्मीद है, जिससे वैक्सीन की कुल एक मिलियन डोज हो जाएंगी. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नई ‘आर 21 वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है और इसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और नोवावैक्स ने बनाया है.ये भी पढ़ें- हाई बीपी और टाइप 2 डायबिटीज में फायदेमंद है किचन में मौजूद ये मसाला, एक्सपर्ट से जानें कैसे करें इसका सेवनपाटे ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर टीकाकरण शुरू होने से पहले, वैक्सीन के पहले चरण की शुरुआत अगले महीने केब्बी और बेयेलसा में होगी, जहां मलेरिया के काफी मामले सामने आए है. इसे पश्चिमी अफ्रीकी देश के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए जारी किया जाएगा, इस चरण के दौरान 800,000 से अधिक डोज वितरित की जाएंगी.स्वास्थ्य मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “मलेरिया की बीमारी और मृत्यु दर को कम करने के हमारे राष्ट्रीय प्रयासों में मलेरिया के टीके का आना एक महत्वपूर्ण कदम है.” पिछले साल घाना और केन्या में टीके की शुरुआत के बाद नाइजीरिया तीसरा अफ्रीकी देश है, जिसने इस टीके को शुरू किया है.यूनिसेफ के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में नाइजीरिया में मलेरिया के सबसे अधिक मामले सामने आते हैं. यह लगभग 27 प्रतिशत है. इसी प्रकार मलेरिया से दुनिया में मरने वालों में नाइजीरिया का हिस्सा 31 प्रतिशत है.यूनिसेफ ने 2023 विश्व मलेरिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पिछले साल नाइजीरिया में मलेरिया से लगभग 200,000 मौतें हुईं. पांच साल से कम उम्र के बच्चे और गर्भवती महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित हैं.