Moong Dal Benefits: डायबिटीज में रामबाण है मूंग की दाल, इन बीमारियों में भी मिलता है फायदा
Moong Dal Benefits: डायबिटीज में रामबाण है मूंग की दाल, इन बीमारियों में भी मिलता है फायदाMoong Dal Benefits : भारत में कई तरह की दालों का सेवन किया जाता है. इनमें से मूंग दाल बहुत फायदेमंद मानी जाती है. मूंग दाल का कई तरीके से खाई जाती है. इस दाल में प्रोटीन, फाइबर, फ्लेवोनोइड्स, अमीनो एसिड आदि पाए जाते हैं. अन्य दालों की तुलना में ये दाल हल्की और सुपाच्य मानी जाती है. इस दाल को डाइट में शामिल किया जाए, तो यह ब्लड शुगर कंट्रोल (pulses to control blood sugar) करने में भी मददगार मानी गई है.महाकुंभ से जुड़ी सभी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें-मूंग दाल के फायदे – Moong Dal Benefitsपीली और हरी मूंग, दोनों में ही भरपूर प्रोटीन होता है. इसमें फाइबर होता है, जो पेट को भरा रखता है और पाचन दुरुस्त रहता है. मूंग दाल में विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, खनिज होते हैं जो शरीर में ब्लड शुगर का स्तर सामान्य बनाए रखते हैं. इसलिए इस दाल को डायबिटीज रोगियों के लिए अच्छा माना जाता है.मूंग दाल को हाई ब्लड प्रेशर में भी फायदेमंद माना गया है. मूंग दाल में पोटेशियम होता है, जो बीपी नियंत्रित कर सकता है.मूंग दाल को रात भर भिगोने सुबह स्प्राउट्स की तरह खाने से यह और अधिक फायदेमंद हो जाती है. इसे खाने से पाचन ठीक होता है क्योंकि यह पाचन करने में सहायक एंजाइम को सक्रिय कर देती है. मूंग दाल में पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हृदय संबंधी रोगों के लिए फायदेमंद हैं. भीगी मूंग दाल में घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का लेवल ठीक रखते हैं.बीमार लोगों को मूंग दाल खाने की सलाह दी जाती है. क्योंकि मूंग की दाल पचाने में आसान होती है. इसे खाने से पेट को आराम मिलता है.कैसे करें मूंग दाल का सेवन – How to consume moong dalमूंग दाल को कई तरीके से खाया जा सकता है. इसकी खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं, दाल की तरह बनाकर खाया जा सकता है और नाश्ते में स्प्राउट्स की तरह खा सकते हैं. मूंग दाल के पकोड़े, वड़े बनाए जाते हैं. मूंग दाल के लड्डू और हलवा भी बनाया जाता है. लोग स्नैक्स में मूंग की दाल की नमकीन खाना भी पसंद करते हैं.अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.