स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश
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NDTV Exclusive: 4 जून को फिर आएगी मोदी सरकार और फिर चढ़ेगा शेयर बाजार – NDTV से बोले अमित शाह

स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश

NDTV Exclusive: 4 जून को फिर आएगी मोदी सरकार और फिर चढ़ेगा शेयर बाजार – NDTV से बोले अमित शाहकेंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के बीच में देश के तमाम बड़े मुद्दों और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पार्टी के भविष्य की योजनाओं को लेकर NDTV के एडिटर इन-चीफ संजय पुगलिया से EXCLUSIVE बातचीत की. इस दौरान उन्होंने चुनाव में BJP और एनडीए के प्रदर्शन से लेकर देश में विपक्ष की मौजूदा स्थिति पर भी अपनी बात रखी. इस EXCLUSIVE बातचीत में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ओडिशा में नवीन पटनायक सरकार के 25 साल को देखा जाए तो देश के विकास का जब इतिहास लिखा जाएगा तो ओडिशा के लोगों के लिए ये लॉस्ट ईयर माने जाएंगे. बीते 25 साल में देश के कई सारे राज्य अपने बुनियादी ढांचे, एजुकेशन सिस्टम, हेल्थ सिस्टम, इकोनॉमी की परिस्थिती, और किसानी को और मजबूत करके देश की इकोनॉमी में मजबूती से अपना योगदान दे रहे हैं. गरीबी उन्मूलन का दर भी देश के कई सारे राज्यों ने अच्छे से बढ़ाया है.”ओडिशा जितना समृद्ध उतनी ही ज्यादा गरीबी है यहां”उन्होंने आगे कहा कि ओडिशा में प्रधानमंत्री की हर घर नल की योजना आने से पहले, मतलब 2019 से पहले सिर्फ 4 फीसदी घरों पर पीने का पानी था. ओडिशा एक प्रकार से देश का सबसे समृद्ध राज्य है. यहां पर्याप्त मात्रा में खनिज संपदा धरती के अंदर है लेकिन दूसरी दृष्टि से देखें तो ओडियावासी सबसे गरीब है. ये तो कॉन्ट्राडिक्ट है, ये जो सबसे समृद्ध राज्य का नागरिक और अगर डेमोक्रेसी की भाषा में कहें तो मालिक, आज सबसे गरीब है. इसकी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा अगर किसी की है तो वो नवीन पटनायक की है. मैं स्पष्ट रूप से देख रहा हूं कि छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों के विकास को देखकर ओडिशा की जनता की विकास की भूख जगी और इस बार निश्चित रूप से परिवर्तन होने जा रहा है. ओडिशा में अगर बीजेपी की सरकार आ गई तो बीजेपी क्या काम करेगी, इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि सबसे बड़ा काम जो यहां करने जैसा है वो है खनिज संपदा को निकालने से लेकर एंट प्रोटक्ट तक पहुंचने तक का पूरा प्रोसेस अगर ओडिशा में होता है तभी जाकर ओडिशा की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ेगी और लोगों को समृद्धि भी मिलेगी और यहां से पलायन भी रुकेगा. ओडिशा में काफी कुछ करने की जरूरत हैआज ओडिशा का युवा देशभर में काम करने जा रहा है. ओडिशा के पास लंबी कोस्ट लाइन है, पानी सी भरी नदियां हैं और मेहनतकश इंसान भी हैं. अगर किसानी के अंदर इरिगेशन और क्रॉप पेटेंट चेंजिंग की व्यवस्था की जाए. बंदरगाह के पास ही खनिज संपदा को एंड प्रोडक्ट के रूप में बनाकर देश औऱ दुनिया में भेजने की व्यवस्था की जाए, और बुनियादी ढांचे की जो कमी है उसे दूर किया जाए तो ओडिशा बहुत कम समय में देश के समृद्ध राज्यों में शामिल हो सकता है. “हम बंगाल में 24 से 30 सीटों के बीच जीत रहे हैं”चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस बार हम बंगाल में भी इस बार अच्छी खासी बढ़ोतरी करेंगे. हमें यहां 24 से 30 सीटें मिल सकती हैं. ओडिशा में 17 लोकसभा और 75 विधानसभा सीट जीतने का हमारा लक्ष्य तय है. तेलंगाना में भी हम 10 के आसपास सीटें जीतेंगे. आंध्र प्रदेश में हमारे गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. और वहां पर भी बड़ी संख्या में NDA लोकसभा सीटें निकालने जा रही है. हम पूर्व जोन में बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा में सबसे बड़ा दल बनकर निकलेंगे. और दक्षिण के पांच राज्यों में कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश में बीजेपी सबसे ज्यादा सीटें जीतने जा रही है. अमित शाह ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद से करीब-करीब 200 कार्यक्रम कर चुका हूं. “इस बार 400 के पार होकर रहेगा”400 पार के नारे को लेकर अमित शाह ने कहा कि जब पहली बार 2014 मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत के नारे के साथ निकली, उस दौरान भी दिल्ली में राजनीति पंडितों का आंकलन था कि ये हो नहीं सकता है. फिर 2019 में हम 300 प्लस के नारे के साथ निकले, तब भी लोग कहते थे कि ये नहीं हो सकता. आज भी लोग कह रहे हैं. मुझे लगता है कि अगले चुनाव में सब सच मानेंगे. क्योंकि इस बार 400 पार होने वाला है. अगर बात राज्यों की करें तो ओडिशा में हम अपने बल पर सरकार बनाने जा रहे हैं. साथ ही हम वहां लोकसभा की 15 से 17 सीटें भी जीत रहे हैं. लेकिन मैं ये वेव का अनुभव पहले चरण से कर रहा हूं. मेरठ में मेरी पहली रैली हुई तब से लेकर अब तक मैं इस वेव का अनुभव कर रहा हूं. ओडिशा में, बंगाल में, बिहार में, उत्तर प्रदेश में, तेलंगाना में, पंजाब में, आंध्रप्रदेश में. मैं मानता हूं कि ये जो वेव है, ये पूरे भारत में है. चाहे गुजरात में हो, मध्यप्रदेश हो, राजस्थान में या फिर महाराष्ट्र में हो. ये आपको चुनाव नतीजे बताएंगे की ये वेव ही था.  “देश की जनता को नरेंद्र मोदी पर है भरोसा”अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव के दौरान कई तरह के मुद्दे आए. इस गर्मी में लोग चुनावी रैली में भी आए. ये ही उस वेव को दिखाता है. अगर मैं इस चुनावी अभियान को एक लाइन में बताऊं तो ये साफ है कि भारत की जनता मानती है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सही रास्ते पर चल रहा है. और यही रास्ते पर दुनिया में सर्वप्रथम स्थान पर पहुंच सकता है. और यही पूरे देश को नरेंद्र मोदी को एक बार फिर पीएम बनाने के लिए प्रेरित करता है. “महाप्रभु जगन्नाथ के रत्न भंडार को लेकर रहस्य से पर्दा उठना चाहिए”गृहमंत्री ने महाप्रभु जगन्नाथ के रत्न भंडार की गुम हुई चाबी के रहस्य को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि रत्नभंडार की चाबी रहस्यमयी ढंग से गुम होने का मामला सहस्यमयी ही रह गया. इसे सबके सामने आना चाहिए, क्यों कि यह श्रद्धा का विषय है. कोर्ट की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई, लेकिन श्रद्धा के मुद्दे को सार्वजनिक करना जरूरी है. उन्होंने आगे कहा कि चाबी गुम होने पर जांच आयोग बना. फिर किसी ने कहा कि इसमें नकली चाबी बनाई गई है. अगर बनाया भी गया तो इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. रत्न भंडार खुला नहीं खुला, इसे लेकर ओडिशा सरकार किसी भी प्रकार से कोई स्पष्टता नहीं देती है. हाईकोर्ट के एक जज की देखरेख में एक कमीश्न बनाया गया. इसकी रिपोर्ट भी 7 साल से सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं. इसकी वजह से पूरा रहस्य गहराया हुआ है कि आखिर रत्न भंडार में क्या हुआ है. मैं मानता हूं कि इसे लेकर कोई रहस्य नहीं रखना चाहिए उसे सार्वजनिक करना चाहिए. “नवीन बाबू झोला छाप सरकार”अमित शाह ने नवीन पटनायक पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मैं नवीन बाबू को अकसर झोला छाप सरकार कहता हूं. वो इसलिए क्योंकि मोदी जी ने हर गरीब को पांच किलो राशन ओडिशा में दिया. नवीन बाबू ने उसपर अपना झोला चलाने का काम किया. इसी तरह से पीएम आवास से उन्होंने अपना नाम दे दिया. हर घर नल से जल को भी अपना नाम दिया है. योजनाओं का क्रियान्वयन नरेंद्र मोदी सरकार कर रही है, उसका ओडिया नामकरण नवीन बाबू कर रहे हैं. नवीन बाबू ये नहीं जान रहे हैं कि ये बात अब ओडिशा की जनता जान चुकी है.इस बार हमने अच्छा खासा कैंपेन किया है. चुनाव से आठ महीने पहले ही हमारी पार्टी लोकसंपर्क में गई. सभी लाभार्थियों को अब मालूम है कि ये जो मदद है ये मोजी जी ने भेजी है. बंगाल में रामकृष्ण मिशन के साधुओं पर हमले के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा कि सिर्फ रामकृष्ण मिशन के साधुओं की बात नहीं है. वहां रामकृष्ण मिशन, भारत सेवा आश्रम संघ और इस्कॉन, ये तीनों के सन्यासियों पर ममता जी ने आरोप लगाया है. अब भारत सेवा संघ के स्थापत प्रमुख स्वामी प्रवानंद ना होते तो पश्चिम बंगाल आज बांग्लादेश का हिस्सा होता है. मैं भारत सेवा संघ को अच्छे से जानता हूं.”AAP को दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिलेगी”केजरीवाल को जेल में डालने पर अमित शाह ने कहा कि मैंने तो पहले भी कहा था कि केजरीवाल जी जहां जहां प्रचार करने जाएंगे वहां लोगों को उनकी जगह शराब की एक बोतल दिखेगा. और शराब घोटाला उनके पल्ले चिपकता ही रहेगा. अगर केजरीवाल के जेल जाने का असर पड़ना होता तो ये सबसे ज्यादा दिल्ली में दिखता. अब दिल्ली के चुनाव हो चुके हैं. मैं अब आपको बता सकता हूं कि दिल्ली में सात की सात सीटें बीजेपी जीत रही है. यहां एक भी सीट पर आम आदमी पार्टीऔऱ इंडिया गठबंधन का खाता नहीं खुलेगा. पंजाब के सीएम भगवंत मान एक एटीएम हैं ? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा है कि जिस प्रकार से आम आदमी पार्टी का अल्प समय में कामकाज करने का तरीका रहा है, उसमें इनपर कई तरह के आरोप लगे हैं. पंजाब एक पूरा राज्य है जबकि दिल्ली एक यूटी है. पंजाब में ज्यादा अवकाश होता है. भगवंत मान जी का रोल सिर्फ अरविंद केजरीवाल जी के साथ दुनिया भर में घूमने का है. “घाटी में पीएम मोदी की कश्मीर पॉलिसी सफल हुई है”कश्मीर में बंपर वोटिंग पर भी अमित शाह ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि कश्मीर में ज्यादा मतदान होने का एक ही मतलब निकलता है वो ये कि वहां की जनता मुख्यधारा में शामिल हो चुकी है. जब धारा 370 थी तब भी वो वोट नहीं डालते थे. इस बार तो अलगाववादियों ने भी वोट किया है. मैं मानता हूं कि नरेंद्र मोदी जी की कश्मीर पॉलिसी भी सफल हुई है. मोदी जी ने धारा 370 और 35 ए को खत्म किया और घाटी में एक स्पष्ट संदेश दिया की. आपका पूरे भारत पर अधिकार है और पूरे भारत का घाटी पर भी अधिकार है. मैं मानता हूं कि इसके कारण वहां लोकतंत्र की नींव मजबूत हुई है. 

अमित शाह ने आगे कहा कि ओडिशा एक प्रकार से देश का सबसे समृद्ध राज्य है. यहां पर्याप्त मात्रा में खनिज संपदा धरती के अंदर है लेकिन दूसरी दृष्टि से देखें तो यहां के लोग सबसे गरीब है. ये तो कॉन्ट्राडिक्ट है. इसकी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा अगर किसी की है तो वो नवीन पटनायक की है.
Bol CG Desk

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