धर्मांतरण पर साहू समाज की चेतावनी : धर्मांतरित लोग करे यह काम, समाज को नहीं है दिक्कत
डोंगरगढ़ ब्लाक के अछोली से सामने आए धर्मांतरण के एक मामले से साहू समाज एवं हिंदूवादी संगठन आक्रोशित है।
डोंगरगढ़ ब्लाक के अछोली से सामने आए धर्मांतरण के एक मामले से साहू समाज एवं हिंदूवादी संगठन आक्रोशित है। दरअसल गांव में गणतंत्र दिवस के दिन चंगाई सभा का आयोजन किया गया था। इस आयोजन को लेकर ग्रामीणों का आरोप है कि जब देश गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा था तब गांव में धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा था।
इस खेल की सूचना मिलते ही साहू समाज के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। देखते ही देखते भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इस दौरान ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराने वाले लोग भी चुपके से भाग गए। पुलिस भी वहां पहुंची और किसी तरह मामले को शांत कराया। साहू समाज और हिंदू संगठनों ने घटना की शिकायत पुलिस में की है।
थाना प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार ने बताया कि धर्मांतरण के आरोपों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि अछोली गांव में महेश्वर साहू के घर में लंबे समय से प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है। इसके पूर्व भी ग्रामीणों ने इसकी बात बताई थी और समझाइश दी थी। गुरुवार को महेश्वर के घर पर आयोजित प्रार्थना सभा में साहू समाज व अन्य समाजों के लोग एकत्र थे।
इसकी जानकारी साहू समाज के पदाधिकारियों को मिली तो हंगामा मच गया। समाज के पदाधिकारियों ने साफ कर दिया है कि कोई किसी भी मत को माने उससे समाज को कोई दिक्कत नहीं है परंतु समाज का कोई व्यक्ति यदि धर्मांतरण करता है तो उसे साहू सरनेम रखने का अधिकार नहीं होगा। मतांतरित लोग अपना सरनेम बदल लें।
साहू समाज के नगर अध्यक्ष वीरेंद्र साहू का कहना है कि प्रार्थना सभा में साहू समाज के लोगों के होने की जानकारी मिली थी। यहां पहुंचे तो पता चला कि आधे से ज्यादा साहू समाज के लोग थे। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म को स्वीकार करें। हमें आपत्ति नहीं है। अपना सरनेम क्यों नहीं बदल रहे। इसके चलते समाज को धक्का लग रहा है। सनातन धर्म में नहीं होकर भी यह लोग बरगलाने का काम कर रहे हैं।
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