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सलमान खान फायरिंग केस : आरोपी की जेल में मौत, मृतक के परिवार ने लगाया हत्या का आरोप

सलमान खान फायरिंग केस : आरोपी की जेल में मौत, मृतक के परिवार ने लगाया हत्या का आरोपबॉलीवुड अभिनेता सलमान खान (Salman Khan House Firing Case) के घर बाहर फायरिंग के मामले में गिरफ्तार आरोपी अनुज थापन की जेल में मौत को लेकर मृतक के परिवार ने बड़ा दावा किया है. पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि अनुज की कथित तौर पर हत्या की गई है. हालांकि इस मामले में अभी पुलिस की जांच जारी है. इस मामले में पुलिस CID से मदद ले रही है. पुलिस ने अनुज की मौत को लेकर मामला दर्ज किया गया है. साथ ही CID ​​जांच करेगी कि क्या लॉक-अप के पास तैनात पुलिसकर्मियों की ओर से कोई लापरवाही हुई थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि लॉक-अप के पास पांच पुलिसकर्मी ड्यूटी पर थे और सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद हम पता लगाएंगे कि वास्तव में क्या हुआ था. इन सबके बीच आज अनुज के शव का पोस्टमॉर्टम होना है. अनुज ने की थी आत्महत्या की कोशिशआपको बता दें कि बुधवार को सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग केस (Salman Khan House Firing Case) के आरोपी द्वारा पुलिस लॉकअप में खुदकुशी करने का मामला आया था. पुलिस ने खुदकुशी का प्रयास करने वाले आरोपी की पहचान अनुज थापन के रूप में की थी. जिसकी बाद में इलाज के दौरान अस्तपाल में मौत हो गई थी. इस मामले के आरोपियों को पूछताछ के लिए मुंबई पुलिस मुख्यालय में स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर में रखा गया था.आरोपियों को दिए गए थे हथियारगौरतलब है कि सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट (Galaxy Apartment) के बाहर फायरिंग के लिए आरोपियों को हथियार देने वाले दो शख्स को पुलिस पंजाब से मुंबई लेकर आई थी. पकड़े गए आरोपियों के नाम सोनू सुभाष चंदर और अनुज थापन है. थापन ट्रक पर हेल्पर का काम करता था. जबकि सुभाष खेती-बाड़ी करता है. अनुज पर पहले से अपराध दर्ज हैं और लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ा बताया जा रहा था.पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी ने पनवेल में 15 मार्च को दो पिस्तौल डिलीवर की थी. इस मामले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच ने शूटरों को बंदूक देने वाले दो लोगों को पंजाब से पकड़ा था. दोनों की शिनाख्त पर पुलिस ने सूरत में तापी नदी से दो पिस्तौल, 4 मैगजीन और 17 कारतूस बरामद की थी. मुंबई पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को भारत के बाहर सक्रिय देश विरोधी तत्वों से धन अथवा हथियार के रूप में किसी प्रकार की मदद तो नहीं मिली थी.

पुलिस के अनुसार इन आरोपियों ने 15 मार्च को पनवेल जाकर पिस्तौल की डिलीवरी की थी. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये आरोपी कहीं लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से तो नहीं हैं.
Bol CG Desk

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