सिसकते लोग, तबाही का मंजर… गाजा में आखिर हो क्या रहा है? अमेरिका पर किस बात का दबाव
सिसकते लोग, तबाही का मंजर… गाजा में आखिर हो क्या रहा है? अमेरिका पर किस बात का दबावइजरायल और गाजा के बीच पिछले करीब 9 महीने से चल रहा युद्ध (Israel Attack On Rafah) थमने की बजाय और तेज होता जा रहा है, लगता है सबकुछ तबाह हो जाएगा. गाजा के राफा शहर पर इजरायली हमले हर गुजरते दिन के साथ तेज हो रहे हैं. राफा में एक शरणार्थी शिविर पर इजरायली हवाई हमले में बच्चों समेत करीब 45 लोगों की मौत हो गई है. यह घटना अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा इज़रायल को राफा में अपना अभियान रोकने के आदेश देने के कुछ ही दिनों बाद हुई है. इस घटना से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश पैदा हो गया है. इस घटना के बाद इज़रायल को लेकर वैश्विक अलगाव और गहरा गया है. पहले हमास ने तेल अवीव के क्षेत्र में रॉकेटों की बौछार की. इसके कुछ ही घंटों बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए रविवार देर रात राफा पर हमला कर दिया. दरअसल पिछले हफ्ते UN की शीर्ष अदालत ने इजरायल को राफा में उनका अभियान रोकने का आदेश दिया था. लेकिन इजरायल पीछे हटने को तैयार नहीं है. ‘सबकी निगाहें राफा पर’अब ‘सबकी निगाहें राफा पर’ टिकी हुई हैं. सबकी निगाहें राफा पर’ यह फ्रेज सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहा है. दरअसल इजरायली हमलों से प्रभावित फिलिस्तीनियों को वैश्विक समर्थन मिल रहा है.फिलिस्तीन के समर्थन में कई मशहूर हस्तियों ने हैशटैग #AllEyesOnRafah के साथ मैसेज शेयर किए हैं. अब सोशल मीडिया पर यह तेजी से ट्रेंड कर रहा है. राफा क्रॉसिंग गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाए जाने का मुख्य पॉइंट था. यहीं से होकर मानवीय सहयाता वाले ट्रक गाजा में प्रवेश कर रहे थे. लेकिन इस महीने की शुरुआत से इजरायल ने इस इलाके पर भी अपना सैन्य हमला तेज कर दिया है और क्रॉसिंग पर अपना कब्जा जमा लिया है.राफ़ा में हमलों की वजह से 10 लाख से ज्यादा फ़िलिस्तीनियों को पलायन करना पड़ा, जिनमें ज्यादातर पलायन इज़रायल और हमास के बीच पहले चल रहे युद्ध के बीच हुए थे. फ़िलिस्तीनियों का आरोप है कि वह जहां भी जाते हैं, इजरायल उन पर हमले कर देता है. पिछले कुछ महीनों से वह गाजा पट्टी पर ऊपर-नीचे ही कर रहे हैं. इजरायली सेना ने जब मध्य गाजा और दक्षिणी शहर खान यूनिस में अपने सैन्य अभियान से पहले उत्तर में रहने वालों को इलाका खाली करने की चेतावनी दी थी. इसके बाद सैकड़ों हजारों लोग दक्षिण में राफा की ओर भाग गए थे. गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायल राफा में और उसके आसपास स्वास्थ्य सुविधाओं को निशाना बना रहा है. अब राफा में सिर्फ एक ही हेल्थ फैसिलिटी चालू है.राफा में हो रहे हमले की वजह से मानवीय सहायता पहुंचाने वाला मुख्य रास्ता बंद हो गया है. मानवतावादी समूहों ने गाजा में बढ़ते संकट की चेतावनी जारी की है. वैश्विक नेता इजरायल से नाराज क्यों?राफ़ा में इजरायल के हमले से नए सिरे से आक्रोश पैदा हो गया है. वैश्विक नेताओं में इससे काफी गुस्सा है. हालांकि इज़रायल ने वैश्विक निंदा और अमेरिकी चेतावनी को भी दरकिनार कर दिया है. UN ने खासकर गाजा के उत्तर में लंबे समय से अकाल की चेतावनी दी है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा है कि वह दक्षिण में कुपोषण से चिंतित हैं.इज़रायली सेना का दावा है कि उनके एयरक्राफ्ट ने राफ़ा में हमास के एक परिसर को निशाना बनाया. इस हमले में हमास के दो सीनियर कार्यकर्ताओं, यासीन राबिया और खालिद नागर की मौत हो गई. उन्होंने हमले और उसके बाद लगी आग से नागरिक हताहतों की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए कहा कि घटना की जांच चल रही है.गज़ान शहर में इजरायल के घातक हमले के बाद अमेरिका पर कड़ा रुख अपनाने का दबाव बढ़ रहा है. सवाल उठ रहे हैं कि राष्ट्रपति जो बाइडेन राफा पर इजरायली हमले को कब तक बर्दाश्त कर सकते हैं, जबकि UN की शीर्ष अदालत ने इसे रोकने का आदेश दिया है. क्यों थम नहीं रहे इजरायल के हमले? 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़रायल पर हमास ने ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी थीं. इन हमिलों से यहूदी देश में हाहाकार मच गया था. इन हमलों में 1,170 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. जिसके बाद इजरायल गुस्से की आग में जल रहा है. उसने हमास को मिट्टी में मिला देने की कसम खाई है. इजरायली सेना तब से गाजा पट्टी में जमकर तबाही मचा रही है. जवाबी हमलों में अब तक करीब 36,096 लोग मारे जा चुके हैं. इजरायली सेना अपने टैंकों के साथ अब “मध्य और दक्षिण-पश्चिम राफा में” पहुंच गई है. यहां पर भी तबाही लगातार जारी है. अमेरिका की चेतावनी के बावजूद भी इजरायल पीछे हटने को राजी नहीं है.ये भी पढ़ें-जलता रहा भाई, देखती रही मेरी आंखें : बेबस भाई ने बयां किया राफा में तबाही का आंखों देखा मंजर