जर्जर बदहाल स्कूल में पढ़ने को मजबूर छात्र , सरकार नहीं दे रही ध्यान…
लोरमी नगर के वार्ड 4 में स्थित 1956 के दशक में बने शासकीय कन्या प्राथमिक शाला बदहाल हालत में है। जिससे यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जर्जर हालत के कारण बारिश के दिनों में स्कूल में पानी भर जाता है। वार्ड 4 में स्थित प्राथमिक शाला में 148 छात्र अध्ययनरत हैं, एवं 6 शिक्षक हैं। इस स्कूल की छत खपरैल की है, जिसकी हालत काफी खराब हो गई है बारिश के दिनों में विद्यार्थियों को इस भवन में पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खपरैल टूट जाने से बारिश का पानी स्कूल के अंदर भर जाता है। पानी भर जाने के कारण छात्रों को छुट्टी दे दिया जाता है।
वहीं खपरैल में लगे लकड़ी काफ पुराने हैं जो कभी भी टूट कर गिर जाने का डर बना हुया है। वहीं एक हाल में जहां एक कक्षा का संचालन होता है, उस भवन में लगे लकड़ी को सहारा देकर रोका गया है। भवन के कमरे के पलस्तर काफी पुराने हो जाने के कारण उखड़ रहे हैं, वहीं इस भवन के बाहर के ईंट काफी पुराने हो जाने के कारण घुल रहे हैं।
शिक्षकों ने बताया कि स्कूल के पास मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए अतिरिक्त कमरा नहीं है, जिसके कारण भवन के बरामदे में मध्यान्ह भोजन बनाया जाता है। बारिश के दिनों में मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए रखे लकड़ी बारिश के पानी में गीला हो जाता है। वहीं स्कूल के निर्माण के लिए वार्ड पार्षद कुछ कार्य कराना चाहते है तो नियम कानून सामने आने से स्कूल भवन के खपरैल को निकाल के टीन सेट लगाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लोक सुराज में भी दिया जा चुका है आवेदन
स्कूल के पुराने खपरैल जर्जर भवन के मरम्मत करने लिए वार्ड पार्षद श्रद्धा नीतेष पाठक एवं प्रधानपाठक के द्वारा भी आवेदन दिया जा चुका है, पर इस ओर अभी तक किसी भी प्रकार से सुधार कार्य कराने के लिए कोई कार्य आदेश नहीं आया है।
पार्षद निधि से मिला छात्रों को बैठने के लिए टेबल
बाजारपारा स्कूल के विद्यार्थी पहले पढ़ाई के लिए जमीन पर बैठते थे। इसे देखते हुये पार्षद श्रद्धा नीतेष पाठक के द्वारा पार्षद फंड से कुछ दिनों पहले 30 नग टेबल कुर्सी प्रदान किया गया, जिससे बच्चे अब कुर्सी पर बैठकर पढ़ाई कर पा रहे है। वहीं पार्षद ने कहा कि अन्य मद है। से और टेबल कुर्सी की व्यवस्था की जाएगी।
वार्ड पार्षद श्रद्धा नीतेष पाठक ने बताया किस्कूल की मरम्मत के लिए लोक सुराज के माध्यम से एवं शिक्षा विभाग को भी अवगत कराया जा चुका है, पर आज तक इस ओर कोई पहल नहीं की गई, स्कूल के भवन की हालत काफी जर्जर हो गई है।
विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी पीडी ओगरे ने बताया कि स्कूल के मरम्मत के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को आवेदन दे दिया गया है वहीं जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा आवेदन को वहीं राज्य कार्यालय को भेज दिये है। आवंटन मिलने पर मरम्मत कराया जाएगा।
प्रधानपाठक सारणीदेवी वैष्णव ने बताया कि भवन काफी जर्जर व पुराना हो गया है, वहीं नये भवन में पूरा कक्षा नहीं लगाया जा सकता है। पुराने स्कूल के खपरैल भवन के मरम्मत के लिए कई बार अधिकारियों से कहा गया पर इस और कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।