कैंसर की जड़ हैं ये फूड्स, भारत में खाना और खिलाना है मना! FSSAI कर चुका है बैन
कैंसर की जड़ हैं ये फूड्स, भारत में खाना और खिलाना है मना! FSSAI कर चुका है बैनBanned Foods in India: खाना हमारी बॉडी के लिए एनर्जी का मेन सोर्स है. इससे हमारा पोषण होता है और हम सेहतमंद बने रहते हैं. हमारे देश में भोजन या खानपान की काफी पुरानी, विविधताओं से भरी और समृद्ध संस्कृति भी है. देश भर में कई तरह के खानपान हमारी लाइफ स्टाइल का हिस्सा हैं. क्योंकि, भारत में खानपान के लिए जरूरी अनाज, दलहन, तिलहन, सब्जी, फल वगैरह की बड़े पैमाने पर खेती भी की जाती है. इसके अलावा दुनिया के कई देशों से भी हमारे यहां कई सारे फूड्स और प्रोडक्ट्स इंपोर्ट किया जाता है.फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया करती है निगरानीदेश में खानपान की चीजों यानी फूड आइटम्स और प्रोडक्ट्स की निगरानी फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) करती है. यह बाजार में मिलने वाली खाने की चीजों पर नजर रखती है, शक या शिकायत होने पर उसकी जांच करती है और अगर उनमें सेहत को नुकसान पहुंचाने वाला कुछ मिला तो उस फूड प्रोडक्ट को बैन कर देती है. इसके साथ ही एफएसएसएआई लोगों से इन फूड से बचने की अपील भी करती है.देश में सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले कई खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंधएफएसएसएआई ने देश में लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले कई खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाया है. इनमें से कुछ फूड आइटम्स में कैंसर पैदा करने वाली खतरनाक चीजें भी पाई गई थीं. साथ ही लोगों को आगाह किया था कि इन चीजों को खाने की गलती बिल्कुल न करें. हालांकि, जागरूकता की कमी के चलते देश की फूड रेगुलेटर अथॉरिटी की ओर से कभी न कभी बैन कुछ प्रोडक्ट अपने सामान में थोड़ा बहुत बदलाव करके दोबारा बिकने लग जाते हैं.भारत में कौन-कौन से प्रमुख फूड आइटम्स पर लगाया गया है बैन (Which Major food items have been banned in India?)रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में साल 2008 से ही चाइनीज मिल्क और उससे बने प्रोडक्ट बैन हैं. फूड रेगुलेटर अथॉरिटी ने इनके अंदर मेलामाइन नाम का टॉक्सिक केमिकल पाया था. अब भारत में इसका आयात और इसकी बिक्री कानूनन अपराध है. इसके साथ ही फलों का आर्टिफिशियल राइपनिंग एजेंट भी देश में प्रतिबंधित है. फलों की सप्लाई बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल तरीके से पकाए जाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कैल्शियम कार्बाइड और एथलीन गैस को कैंसर की वजह माना जाता है.कैंसर के साथ ही डायबिटीज की आशंका से भरी एनर्जी ड्रिंक रिलॉन्चएफएसएसएआई ने देश में आयात होने वाले चाइनीज लहसुन पर साल 2019 में बैन लगाया था. क्योंकि इसकी जांच में कैंसर जैसी बीमारी की जड़ कहे जाने वाले खतरनाक कैमिकल से भरे पेस्टीसाइड का हाई लेवल पाया गया था. इसके साथ ही अथॉरिटी ने कैफीन की बहुत ज्यादा मात्रा वाले पॉपुलर एनर्जी ड्रिंक पर भी बैन लगाया था. इस कंपनी ने नाम और इंग्रीडिएंट बदलकर कैंसर के साथ ही डायबिटीज की आशंका से भरी उस ड्रिंक को फिर से लॉन्च कर दिया.देश की फूड रेगुलेटर अथॉरिटी ने दिल की बीमारी पैदा करने वाले एसिड वाले सास फ्रेश ऑयल पर भी बैन लगाया था. इसके अलावा देश मेंजेनेटिकली मोडिफाइड फूड्सपोटैशियम ब्रोमेटफोई ग्रासब्रोमिनेटेड वेजिटेबल ऑयलरैबिट मीट पर भी पाबंदी है.