ये कैसी ‘जंग’? कचरे को हथियार बनाकर लड़ रहे दो देश, एक दूसरे को चिढ़ाने में लगे

उत्तर कोरिया (North Korea) और दक्षिण कोरिया (South Korea) के बीच रिश्ते हमेशा तनावपूर्ण रहे हैं. उत्तर कोरिया अक्सर अपने पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया को न्यूक्लियर हमले की धमकी देता रहता है, लेकिन इस बार दुश्मनी निकालने के लिए उत्तर कोरिया गंदगी का इस्तेमाल कर रहा है. उत्तर कोरिया ने मंगलवार रात को दक्षिण कोरिया में गुब्बारे के सहारे कूड़ा-कचरा और यहां तक कि मल-मूत्र के बैग भेजे. दक्षिण कोरिया की मिलिट्री ने इसकी पुष्टि की है. इस बीच दक्षिण कोरिया ने भी कचरे से भरे गुब्बारों को बॉर्डर पर रख दिया है.दक्षिण कोरिया से भी भेजे जाते रहे हैं गुब्बारेरिपोर्ट के मुताबिक, अक्सर दक्षिण कोरियाई एक्टिविस्ट भी सीमा पार से उत्तर कोरिया की तरफ गुब्बारे भेजते रहे हैं. इन गुब्बारों पर प्योंगयांग की आलोचना करने वाले मैसेज लिखे हुए पर्चे चिपके होते हैं. इन गुब्बारों के भेजे जाने से दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ रहा था. 2022 में एक एक्टिविस्ट ग्रुप ने प्रोपैगेंडा वाले पर्चे गुब्बारे में भरकर भेजे थे.अधिकारियों ने लोगों से कचरे को नहीं छूने की सलाह दी है.1953 में दोनों को मिली अलग-अलग देश की मान्यतादक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया में जून 1950 में संघर्ष शुरू हुआ. इसको लेकर दुनिया दो धड़ों में बंट गई. अमेरिका और 15 देशों ने दक्षिण कोरिया का साथ दिया. साल 1953 में युद्ध खत्म हुआ और दो देशों को मान्यता दे दी गई. तब से दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण रिश्ते हैं.दक्षिण कोरिया लोकतांत्रिक देश है. अमेरिका उसका सबसे बड़ा मित्र देश है. अमेरिका ने उसके विकास में बड़ी भूमिका निभाई है. दक्षिण कोरिया टेक्नोलॉजी के मामले में काफी एडवांस और संपन्न राष्ट्र है. जबकि उत्तर कोरिया किम परिवार के शासन में दुनिया से अलग-थलग ही होता गया है. वहां तानाशाही है. उत्तर कोरिया में खाने की भारी किल्लत, किम जोंग उन ने किया “सुधार के तरीके” खोजने का आह्वान