क्या अजित पवार अपने बेटे को उतारेंगे सियासी मैदान में? जानिए कौनसी सीट की चल रही चर्चा
क्या अजित पवार अपने बेटे को उतारेंगे सियासी मैदान में? जानिए कौनसी सीट की चल रही चर्चाक्या एनसीपी प्रमुख अजीत पवार (Ajit Pawar) बारामती से जल्द होने जा रहे विधान सभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और वहां से अपने बेटे जय पवार को उम्मीदवार बनाएंगे? हाल ही में अजीत पवार के एक बयान ने महाराष्ट्र की सियासत में हडकंप मचा दिया है. अगर वाकई में ऐसा होता है तो बारामती में फिर से एक बार पवार बनाम पवार की लड़ाई देखने मिल सकती है. शरद पवार वाली एनसीपी भी पवार परिवार के एक सदस्य को बारामती से उम्मीदवार बना सकती है.एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार बीते तीन दशकों से बारामती से विधायक रहे हैं लेकिन राज्य की सियासत में इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है कि क्या दो महीने बाद होने जा रहे विधान सभा चुनाव वे इस सीट से नहीं लडेंगे. ये चर्चा इसलिये हो रही है क्योंकि गुरुवार को पुणे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होने संकेत दिये कि इस बार बारामती सीट से उनके बेटे जय पवार चुनाव लड़ सकते हैं.क्या विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अजीत पवार?अजीत पवार के इस संकेत के बाद सवाल ये उठ रहा है कि क्या वे डर गये हैं. क्या उन्हें विधान सभा चुनाव में अपनी हार की आशंका है जिस वजह से वे फिर बारामती से खडे होने से कतरा रहे हैं. बीते लोकसभा चुनाव के दौरान बारामती विधान सभा सेंगमेंट में अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार 47 हजार मतों से पीछे थीं. लोकसभा चुनाव में मुकाबला अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा का शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले से था. अजीत पवार खुद बारामती से चुनाव न लडकर अपने बेटे जय को यहां से उतारते हैं तो इस सीट पर फिर एक बार फिर पवार बनाम पवार मुकाबला हो सकता है. शरद पवार वाली एनसीपी से जुडे सूत्रों का कहना है कि शरद पवार यहां से युगेंद्र पवार को अपना उम्मीदवार बनाने वाले हैं. दिलचस्प बात ये है कि युगेंद्र पवार अजीत पवार के भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं. इसका मतलब ये है कि बारामती में दो भाइयों के बीच मुकाबला देखने मिल सकता है.अजित पवार के साथ मंचों पर दिखते रहे हैं जय पवारजय पवार को पहली बार सार्वजनिक मंच पर तब देखा गया था जब अजीत पवार ने पिछले साल अपने चाचा शरद पवार से बगावत की थी. बगावत के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं की पहली सभा में जय पवार भी अजीत पवार के साथ नजर आये. दूसरी तरफ युगेंद्र पवार भी बीते सालभर से अक्सर शरद पवार के साथ घूमते फिरते दिखाई देते हैं जिससे ये संकेत मिल रहा है कि उन्हें आने वाले चुनाव में लांच किया जायेगा.आसार हैं कि अगले महीने के मध्य तक महाराष्ट्र के दोनों गठबंधनों में सीटों का बंटवारा तय हो जायेगा और सितंबर के आखिर तक सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर देंगी। अब सबसे बडा सवाल ये है कि अगर अजीत पवार बारामती सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे तो कहां से लड़ेंगे?ये भी पढ़ें-:अजित पवार को अब क्यों हो रहा है ‘पश्चाताप’, कहीं चाचा शरद पवार से सुलह की कोशिश तो नहीं