हार-जीत राजनीति का हिस्सा, नंबर-गेम चलता रहता है : दूसरे कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट बैठक में PM मोदी
हार-जीत राजनीति का हिस्सा, नंबर-गेम चलता रहता है : दूसरे कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट बैठक में PM मोदीPM नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया, जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया और उनसे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहने को कह. राष्ट्रपति भवन की ओर से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रपति से मुलाकात की और मंत्रिपरिषद के साथ अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नरेन्द्र मोदी एवं मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया है कि वे नयी सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें.”हमने दस साल अच्छा काम किया: PM मोदीराष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट बैठक की. इसमें उन्होंने मंत्रियों से चुनाव परिणामों पर चर्चा करते हुए कहा कि हार-जीत राजनीति का हिस्सा है, नंबर-गेम चलता रहता है. पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा, “हमने दस साल अच्छा काम किया, आगे भी करेंगे. आप सब ने बहुत मेहनत की है.”पीएम मोदी ने मुस्कारते हुए सभी मंत्रियों का हौसला बढ़ाया और सब को धन्यवाद कहा. इसके बाद वे इस्तीफा देने के लिए राष्ट्रपति भवन के लिए चले गए. आज शाम को BJP, एनडीए के सहयोगी दलों के साथ सरकार गठन और भविष्य के राजनीतिक एजेंडे पर चर्चा करेगी. एनडीए गठबंधन के नेता राष्ट्रपति से मुलाकात कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.8 जून को हो सकता है शपथ ग्रहण समारोहसूत्रों के मुताबिक, एनडीए गठबंधन की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को हो सकता है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी सहित केंद्र सरकार के सभी वर्तमान मंत्रियों को आज रात डिनर पर भी आमंत्रित किया है. मंगलवार को आए चुनावी नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को फिर से बहुमत मिल गया है. लेकिन, चुनावी नतीजों ने भाजपा के सहयोगियों चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू की भूमिका को महत्वपूर्ण बना दिया है, इसलिए भाजपा की पहली कोशिश एनडीए के सभी सहयोगी दलों को मजबूती से अपने साथ बनाए रखने की है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की है. मुलाकात के दौरान उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को गुलदस्ता भेंट किया और मिठाई खिलाई. प्रधानमंत्री को भेंट किए गए गुलदस्ते में 3 कमल के फूल थे, जो उनके लगातार तीसरे कार्यकाल का प्रतीक थे. कमल के फूल लिली के फूलों से घिरे हुए थे.गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ को प्रधानमंत्री मोदी ने किसान पुत्र कहा था. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को राजस्थान का स्वादिष्ट व्यंजन चिड़ावा का पेड़ा और प्रमुख कृषि उत्पाद मेरठ का गुड़ भी परोसा गया. यह व्यंजन खास तौर पर ग्रामीणों व किसानों द्वारा खूब पसंद किए जाते हैं.ये भी पढ़ें:- छिंदवाड़ा,राजगढ़ और रतलाम में BJP की घेरेबंदी में यूं फंस कर धराशायी हुए कांग्रेसी दिग्गज