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छत्तीसगढ़ की 250 वर्ष पुरानी हवेली, जहां बाल स्वरूप में होती है कृष्ण की पूजा
छत्तीसगढ़ की 250 वर्ष पुरानी हवेली, जहां बाल स्वरूप में होती है कृष्ण की पूजाहवेली में कृष्ण लला की बाल स्वरूप में सेवा होती है. लल्ला को तरह-तरह का भोग लगाया जाता है. मान्यता है कि निधि स्वरूप हवेली होने की वजह से कृष्ण जन्म के दूसरे दिन शंकर भगवान कृष्ण लला के दर्शन के लिए आते हैं.
हवेली में कृष्ण लला की बाल स्वरूप में सेवा होती है. लल्ला को तरह-तरह का भोग लगाया जाता है. मान्यता है कि निधि स्वरूप हवेली होने की वजह से कृष्ण जन्म के दूसरे दिन शंकर भगवान कृष्ण लला के दर्शन के लिए आते हैं.