NDTV इलेक्शन कार्निवल : लखनऊ की तहजीब का हुआ जिक्र और याद आए अटल बिहारी वाजपेयी
NDTV इलेक्शन कार्निवल : लखनऊ की तहजीब का हुआ जिक्र और याद आए अटल बिहारी वाजपेयी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के दौरान NDTV इलेक्शन कार्निवल (NDTV Election Carnival) का सफर नवाबों के शहर लखनऊ (Lucknow) पहुंच चुका है. देश के सबसे बड़े सूबे की राजधानी लखनऊ को अपनी तहजीब और नजाकत के लिए जाना जाता है. NDTV इलेक्शन कार्निवल में दास्तानगो हिमांशु वाजपेयी के साथ राजनीति से लखनऊ के मिजाज और इसकी तहजीब पर भी बात हुई. इस दौरान लखनऊ से सांसद और फिर देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) का भी जिक्र आया. उन्होंने कहा कि वाजपेयी की शख्सियत में लखनऊ झलकता था. दास्तानगो हिमांशु वाजपेयी ने कहा कि चुनावी माहौल में तहजीब का खयाल रखा जाना चाहिए और रखा जाता भी था. उन्होंने कहा, “राजनीति में लखनऊ का होना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि हम समझते हैं कि राजनीति के मूल्य बदल गए हैं, एक जमाने में हम देखते थे कि अटल बिहारी वाजपेयी हुआ करते थे. उनकी भाषा या उनका जो संवाद या कहने का तरीका या उनका निजी व्यवहार था, वो अपने आप में लखनऊ को प्रदर्शित करता था. लखनऊ उनकी शख्सियत में झलकता भी था.” हिमांशु वाजपेयी ने कहा कि तहजीब राजनीति में जरूरी है, सिर्फ लखनऊ के लिए नहीं बल्कि पूरे राष्ट्रीय फलक पर जो गरिमा है, वो बनी रहनी चाहिए. इलेक्शन में चार्ज हो जाता है शहर : वाजपेयी लखनऊ हमेशा उमंग में रहता है. चुनाव लोकतंत्र का एक समारोह है, जिसके लिए हमेशा तैयार रहना पड़ता है. उन्होंने कहा कि लखनऊ हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है क्योंकि यह देश के सबसे बड़े सूबे की राजधानी है. जब इलेक्शन आने वाला होता है तो शहर चार्ज हो जाता है. युवाओं का जोश अलग दिखता है. एक ख्वाब, एक विजन, एक विचार का लेकर राजनीति होती है तो इलेक्शन के दौरान वह पूरा माहौल अपने शिखर पर दिखता है. उन्होंने कहा कि लखनऊ में इलेक्शन के दौरान जो माहौल बनता है वो सहेजने वाली बात है. उन्होंने कहा कि लखनऊ की खास बात ये है कि यहां नए और पुराने में शानदार बैलेंस बनाकर रखा है. ये भी पढ़ें :* NDTV इलेक्शन कार्निवल : लखनऊ आए और शर्मा जी की चाय नहीं पी, तो क्या पिया… * NDTV इलेक्शन कार्निवल : कुछ हेल्दी है खाना, तो लखनऊ की इस दलिया, पोहा की दुकान पर जरूर आना * NDTV इलेक्शन कार्निवल : मैनपुरी में BJP या SP? किसके सिर सजेगा ताज, क्या है जनता का मूड?