छत्तीसगढ़
शिक्षक पात्रता की D.El.Ed परीक्षा में नकल, VIDEO:धमतरी में एग्जाम प्रभारी ने 50 स्टूडेंट्स से 1500-1500 रुपए लिए; फिर किताब-मोबाइल से कराई चीटिंग
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के नगरी में डीएलएड सेकेंड ईयर के प्रैक्टिकल एग्जाम में खुलेआम नकल चली है। परीक्षा प्रभारी ने बकायदा परीक्षार्थियों से 1500-1500 रुपए लिए और उन्हें नकल करने की अनुमति दे दी। इस पूरी घटना का CCTV भी सामने आया है। वीडियो के मुताबिक, प्रभारी ने परीक्षार्थियों को नकल के लिए मोबाइल और किताब उपलब्ध कराई जिससे की वे नकल करते दिखाई पड़ रहे है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया है। कलेक्टर ने जांच के बाद परीक्षा को निरस्त करने की अनुशंसा की है। ये है पूरा मामला दरअसल 23 मार्च 2025 को धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक में डीएलएड का प्रायोगिक परीक्षा हुआ। जिसमें 50 परीक्षार्थी शामिल हुए। इस दौरान जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नगरी के युवा शिक्षक बनने के लिए डीएलएड का कोर्स कर रहे थे। जिनकी परीक्षा शुरू हो गई है। डीएलएड के द्वितीय वर्ष का प्रायोगिक परीक्षा जारी था। परीक्षा की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से किया जा रहा था। इस परीक्षा केंद्र में कुछ प्राचार्य का ड्यूटी में लगाया गया था। लेकिन प्राचार्य छुट्टी पर थे। इस दौरान परीक्षा प्रभारी ने पैसे लेकर नकल करवाया। दोषी पर होगी कार्रवाई – जिला शिक्षा अधिकारी जानकारी के मुताबिक, यह परीक्षा शिक्षक बनने के लिए आवश्यक योग्यता के लिए होती है। इस मामले में कई सरकारी शिक्षकों के शामिल होने की बात भी सामने आई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने भी संज्ञान लिया है। जिला शिक्षा अधिकारी टी आर जगदल्ले ने बताया कि इस दिन जो भी प्राचार्य इंचार्ज में रहे हैं उनसे अपर कलेक्टर द्वारा जानकारी मंगाई गई है। जिसको अपर कलेक्टर के द्वारा संज्ञान में लिया गया है। जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाते है। उन पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश जानकारी के मुताबिक डाइट नगरी में डीएलएड की प्रायोगिक परीक्षा में सामूहिक नकल की मामले में कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने गंभीरता से लिया। कलेक्टर ने इस बारे में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी रीता यादव को जांच के निर्देश दिया है। वीडियो संज्ञान में आने के बाद मंगलवार को एडीएम ने प्राचार्य सहित पूरे स्टॉफ को तलब किया और मामले पर बयान लिए है। कलेक्टर ने एडीएम के प्रतिवेदन के आधार पर 23 मार्च की इस परीक्षा को निरस्त करने की अनुशंसा पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी के कुल सचिव को की है। विस्तृत जांच के बाद परीक्षा होगी रद्द अब इस परीक्षा के निरस्त होने की दशा में नई तारीखों की घोषणा पं. सुंदरलाल शर्मा ओपन विश्वविद्यालय की जाएगी। साथ ही एडीएम ने इस प्रकरण का विस्तृत जांच के लिए यूनिवर्सिटी के कुल सचिव को भेजने की भी बात कही हैं। …………….. इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें… आखिर क्यों गई 3 हजार B.Ed. शिक्षकों की नौकरी:सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा-केंद्र ने संविधान के खिलाफ काम किया; समझिए इस रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ के 2,897 शिक्षकों को हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नौकरी से निकाल दिया। लगभग 12 से 16 महीने इनकी नौकरी को बीत चुके थे। अब ये सभी समायोजन (एडजस्टमेंट) यानी नौकरी के बदले नौकरी की मांग लेकर पिछले एक महीने से प्रोटेस्ट कर रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर…