अमेरिका ने पाकिस्तान को मिसाइल पार्ट्स की आपूर्ति करने वाली तीन चीनी कंपनियों पर लगाई पाबंदी
अमेरिका ने पाकिस्तान को मिसाइल पार्ट्स की आपूर्ति करने वाली तीन चीनी कंपनियों पर लगाई पाबंदीअमेरिका ने पाकिस्तान (Pakistan) के मिसाइल कार्यक्रमों के लिए उपकरणों की आपूर्ति करने पर चीन (China) की तीन और बेलारूस की एक कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि जिन कंपनियों पर पाबंदी लगाई गई है, उनमें मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट, शीआन लोंगडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड, तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड और ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड शामिल हैं. ये कंपनियां सामूहिक विनाश के हथियारों के निर्माण व प्रसार में सहयोग देने में लगी हैं.बयान में कहा गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ सामूहिक विनाश के हथियारों के निर्माण व प्रसार को रोकने के किए प्रतिबद्ध है.बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरणों की आपूर्ति अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक चीन स्थित शीआन लोंगडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड ने पाकिस्तान की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए फिलामेंट वाइंडिंग मशीन सहित कई उपकरणों की आपूर्ति की.इसी प्रकार चीन स्थित तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड कंपनी लिमिटेड ने पाकिस्तान को स्टिर वेल्डिंग उपकरण की आपूर्ति की है. इसका उपयोग अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहनों में उपयोग किए जाने वाले प्रणोदक टैंक के निर्माण के लिए किया जा सकता है.रॉकेट मोर्टर्स के परीक्षण के लिए उपकरण किए प्रदान एक अन्य चीनी कंपनी ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड ने बड़े व्यास वाले रॉकेट मोटर्स के परीक्षण के लिए पाकिस्तान को उपकरणों की आपूर्ति की. इसके अतिरिक्त, ग्रैनपेक्ट ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) को बड़े व्यास वाले रॉकेट मोटर्स के परीक्षण के लिए उपकरण भी प्रदान किए.इसी प्रकार बेलारूस की कंपनी मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए विशेष वाहन चेसिस की आपूर्ति की. इसका उपयोग पाकिस्तान के राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) द्वारा बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.ये भी पढ़ें :* मिडिल ईस्ट में तनाव जारी, ईरान समर्थक सैनिकों पर इराक में बमबारी: विवाद से जुड़ी 10 बड़ी बातें * अमेरिका में भारतीय छात्र की मौत, ब्लू व्हेल चैलेंज से जुड़ा हो सकता है मामला : रिपोर्ट * US में डार्क वेब के जरिए मादक पदार्थ बेचने वाले भारतीय को 5 साल जेल की सजा, 15 करोड़ डॉलर भी होंगे जब्त