रायपुर। राजधानी रायपुर में पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को ‘एकात्म परिसर’ में प्रेस कांफ्रेंस के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा द्वारा भेजे गए नोटिस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने सलाहकार के जरिए नोटिस भेजा है, उस नोटिस का भाजपा माकूल जवाब देने के लिए सक्षम है।
प्रसाद ने आगे कहा कि कांग्रेस द्वारा ईडी पर केन्द्र सरकार के दबाव में काम करने का जो आरोप लगाया है, वह बेबुनियाद है, ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जितने करीबी ईडी की पड़ताल के बाद जेल गए हैं और जेल में ही हैं। उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह, बंगाल के मंत्री जिनके यहां से 70 करोड़ मिला, उनके जेल जाने के साथ-साथ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जैसे नेताओं के जेल जाने और कोर्ट से बेल रिजेक्ट होने की जानकारी देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी बेल नहीं दे रही है।
प्रसाद ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है, जो भ्रष्टाचार करेगा, ऐसे भ्रष्ट लोगों को नहीं छोड़ेंगे और सवाल पूछा कि छत्तीसगढ़ में महादेव एप के मामले में डेढ़ साल से आप इन्वेस्टिगेट कर रहे हैं। आपने केन्द्र सरकार को पत्र क्यों नहीं लिखा? उन्होंने दोहराया कि भूपेश बघेल झूठ बोलते हैं। महादेव एप बंद करने केन्द्र को कोई चिट्ठी नहीं भेजी गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की पुलिस ने इस मामले में पूरी ईमानदारी के साथ क्या काम किया यह बताया जाए। मीडिया के स्टिंग ऑपरेशन में पुलिस की मिलीभगत सामने आयी है और इनके चेहरे भी बेनकाब हुए हैं।
कांग्रेस सरकार से उठ गया भरोसा
प्रसाद ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता का कांग्रेस सरकार से भरोसा उठ चुका है। छत्तीसगढ़ की जनता बहुत ही सरल, सहज स्वभाव की है और इस तरह का भ्रष्टाचार और इस तरह की नेतागिरी और इस तरह के शासन की छवि उन्हें पसंद नहीं। इसलिए छत्तीसगढ़ की जनता मोदी की गारंटी पर भरोसा जता रही है और भाजपा के संकल्प पत्र पर विश्वास जता रही है, छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बन रही है।
भूपेश का एप से बहुत प्रेम हैं
प्रसाद ने यह भी कहा कि भूपेश बघेल को एप से बहुत प्रेम है, मुझे यह तो मालूम था, लेकिन महादेव एप की कहानी इतनी बड़ी होगी, यह नहीं सोचा था। इन्होंने तो महादेव के नाम को भी नहीं छोड़ा है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि भूपेश बघेल कहते हैं कि महादेव एप बंद करने चिट्ठी लिखी थी वे बताएं कि कब, कौन सी चिट्ठी लिखी? भूपेश बघेल ने कोई चिट्ठी नहीं लिखी है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने स्पष्ट लिखा है कि भूपेश बघेल ने ऐसी कोई चिट्ठी नहीं भेजी है।