Guru Purnima : सरस्वती शिशु मंदिर रोहणीपुरम में वेद मंत्रों उच्चारण के साथ मनाया गया गुरु पूजन, देखें वीडियो


बोल छत्तीसगढ़। Guru Purnima सरस्वती शिशु मंदिर में गुरु पूजन एक महत्वपूर्ण आयोजन है। गुरु पूजन परंपरागत हिंदू पूजा या संस्कार विधि है जिसमें गुरु की पूजा की जाती है और उनसे आदर्शवाद ली जाती है। गुरुपूजन से शिक्षा, ज्ञान, बुद्धि और ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति होती है और गुरु की कृपा बनी रहती है।
सरस्वती शिशु मंदिर हिन्दू परंपराओं, संस्कारों को समाज में इसी तरह बढ़ाने के कार्य में क़ई दशकों से लगी है। रायपुर रोहणीपुरम सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में गुरु पूजन उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस दौरान, विद्यार्थी आचार्य व दीदी जी के समक्ष ध्यान लगाए और उनकी पूजा किये। पूजा के लिए फूल, दीप, नैवेद्य, अर्घ्य, रोली, अक्षत और पूजा सामग्री जैसे वस्तु ला कर उनकी पूजा किये। पूजा के दौरान मंत्रों का जाप किया गया और गुरु की कृपा प्राप्त करने प्रार्थना भी किया गया।


गुरु पूजन एक साधारणतया गुरु पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो हिंदू पंचांग (कैलेंडर) के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पड़ता है। इस दिन, शिष्य अपने गुरु के प्रति समर्पण प्रकट करते हैं और उन्हें धन्यवाद देते हैं। यह पूजा गुरु शिष्य परंपरा की महत्वपूर्ण भाग है और शिष्य को गुरु के प्रति समर्पण और सम्मान का प्रतीक है।
गुरुपूजा को मनाने से शिक्षा, ज्ञान, बुद्धि और ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति होती है और गुरु की कृपा प्राप्त होती है।
रोहणीपुरम में गुरुपूजन के दौरान समस्त आचार्य जी और दीदी जी उपस्थित थे। विद्यालय परिवार और भैया बहनों ने मिलकर गुरुपूजन का कार्यक्रम सम्पन्न किया।