इजरायल ने कहा कि ईरान हमले की कीमत जरूर चुकाएगा : 10 बड़ी बातें
इजरायल ने कहा कि ईरान हमले की कीमत जरूर चुकाएगा : 10 बड़ी बातेंसंयुक्त राष्ट्र (United Nation) में ईरान (Iran) के दूत ने कहा कि उनका देश इजरायली आक्रामकता के जवाब में आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग कर रहा है. ईरान ने कहा कि इजरायल पर उसका यह हमला सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के जवाब में किया गया.संयुक्त राष्ट्र में इज़रायल के प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने सुरक्षा परिषद से ईरान पर सभी जरूरी प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया. इसके अतिरिक्त, G7 नेताओं ने पहले कहा था कि वे अस्थिर करने वाली पहल के जवाब में आगे कदम उठाने के लिए तैयार हैं.ईरान ने इजरायल को सैन्य प्रतिक्रिया देने के खिलाफ चेतावनी दी है. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने कहा कि अब इस मामले को समाप्त माना जा सकता है. हालांकि, अगर इजरायल ने एक और गलती की, तो ईरान की प्रतिक्रिया काफी गंभीर होगी.एक उच्च अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा है कि वाशिंगटन ईरान के खिलाफ किसी भी जवाबी कार्रवाई के लिए सैन्य समर्थन नहीं देगा. एएफपी के हवाले से अधिकारी ने कहा, “हम उनकी किसी भी प्रतिक्रिया का हिस्सा नहीं बनेंगे.” जो बाइडेन ने रविवार को कहा कि अमेरिकी बलों ने ईरान द्वारा लॉन्च किए गए अधिकांश ड्रोन और मिसाइलों को रोकने में इज़रायल की सहायता की. इसके अतिरिक्त, बाइडेन ने तेहरान के कार्यों पर राजनयिक प्रतिक्रिया की रणनीति बनाने के लिए अन्य G7 नेताओं के साथ मिलने के अपने इरादे की घोषणा की.इजरायल की सेना ने घोषणा की कि इज़रायल ने संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य सहयोगियों के साथ, ईरान के हमले का जवाब देने के लिए पहली बार एक “गठबंधन” बनाया है. आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक टेलीविजन बयान में कहा, “हमने मिलकर ईरान के हमले को विफल कर दिया… यह पहली बार था कि इस तरह के गठबंधन ने ईरान और मध्य पूर्व में उसके प्रतिनिधियों के खतरे के खिलाफ एक साथ काम किया.”ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा कि तेहरान ने पड़ोसी राज्यों के लिए 72 घंटे की अधिसूचना अवधि के बाद, हमले से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका को अग्रिम सूचना दी थी. हमले से पहले, ईरान ने खाड़ी में इज़रायल से जुड़े एक जहाज को जब्त कर लिया था, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया था.भारत ने कहा कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव को बातचीत और कूटनीति के जरिए हल किया जाना चाहिए. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं. हम उभरती स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं… यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे.” विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने इजरायली समकक्ष इज़रायल काट्ज़ के साथ टेलीफोन पर चर्चा की. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “अभी इजराइल के विदेश मंत्री के साथ बातचीत समाप्त हुई, कल के घटनाक्रम पर चिंता साझा की गई, इस दौरान व्यापक क्षेत्रीय स्थिति पर चर्चा की. साथ ही संपर्क में रहने पर सहमति हुई.”संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कल सुरक्षा परिषद के समक्ष बोलते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संघर्ष को और न बढ़ाने का आग्रह किया.