स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश
सरगुजा संभागछत्तीसगढ़

JJM Yojna : जल जीवन मिशन योजना के दावे खोखले, नल कनेक्शन से ग्रामीण बांध रहे मवेशी

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छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन (JJM Yojna) सिर्फ विभाग के कागजों और सरकार के दावे में ही साकार होते नजर आ रही है, क्योंकि छत्तीसगढ़ के कई हिस्से में यह मिशन जमीनी स्तर पर सिर्फ खोखली की खोखली है. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के कोरिया और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में ज्ञात हुआ है.

Claims of Jal Jeevan Mission Scheme are hollow, villagers are tying cattle to tap connections

जिलों में केंद्र और राज्य सरकार की जल जीवन मिशन योजना ( JJM Yojna ) सुनहरे दावा का पोल खोल रही है . आलम ये है की यहाँ जिस नल कनेक्शन से ग्रामीणों के जल का निस्तारीकरण होना चाहिए, उसी नल कनेक्शन को जानवरों के खूटे के रूप में उपयोग किया जा रहा है. उन नल कनेक्शन से पानी की एक बून्द नहीं आ रही है.

इस योजना के अंतर्गत डेढ़ साल पहले पंचायतों में लगे नलों में अब तक पानी नहीं पहुंच सका है. जल जीवन योजना मिशन के तहत पेयजल के लिए जिन घरों के बाहर नल कनेक्शन हैं, वहां पानी सप्लाई शुरू नहीं होने से मवेशियों को बांधने के लिए खूंटे के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है.

गौरतलब है की मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में सभी पंचायतों के 83 हजार 350 घरों में से 48 हजार 234 में ही, अब तक नल कनेक्शन लगा है यानी अभी भी 43 फीसदी घरों में कनेक्शन नहीं पहुंचा है. इसी तरह कोरिया जिले में 51 हजार 910 में से 30 हजार 530 घरों में नल कनेक्शन का दावा किया जा रहा है यानी 58 फीसदी घरों में मिशन का कार्य पूरा बताया जा रहा है.

पंचायतों में नल कनेक्शन लगाने, ओवरहेड टंकी निर्माण, पाइप लाइन बिछाने में सुस्ती बरती जा रही है. जल जीवन मिशन के कार्यों में सुस्ती बरते जाने को लेकर कलेक्टर समय सीमा की बैठक में पीएचई विभाग के अफसरों को फटकार लगा चुके हैं. इसके बावजूद कार्यों में तेजी नहीं आई.

ग्रामीणों में अवेयरनेस की कमी?

इस सम्बन्ध में जब हमने PHE विभाग के E.E. सी.बी. सिंह से बात की तो उनका कहना था की, “सरकार द्वारा जारी आदेश के परिपालन में विभाग द्वारा हर जिले में कार्य कराया जा रहा है. कई कारणों से नल कनेक्शन के कार्य में विलम्ब होता है. ग्रामीणों में अवेयरनेस की कमी है इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं. अगर कनेक्शन है तो आज नहीं है कल पानी की पूर्ति की ही जायेगी.”

इन गोलमोल जवाबों से यह स्पष्ट JJM Yojna को शासन – प्रशासन लागू करवाने में कमजोर नजर आ रहा है. गौरतलब, यह भी है की छत्तीसगढ़ में JJM Yojna में समय-समय पर अनियमतताओं के कारण सवाल उठते आएं हैं. इस पर पूर्व में विभाग के संबंधित मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने भी जांच कमेटी बिठाई थी.

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Senior Desk Bol CG

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