सड़क पर पढ़ रहे हैं छात्र-छात्राएं , मरम्मत के लिए आई राशि की कोई जानकारी नहीं…
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छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में शिक्षा सत्र शुरू हुए तीन महीने बीत गए है, लेकिन जिले के स्कूलों की मरम्मत अब तक पूरी नहीं हो पाई है। जिले में कुल 185 स्कूल ऐसे हैं, जिनके भवन खराब हो चुके हैं। एस्टीमेट भेजने के बाद भी विभाग से राशि का आवंटन ही नहीं हो पाया। इसके कारण मरम्मत का काम ही नहीं हो पाया। इन स्कूलों की हालत इतनी खराब है कि बच्चे अंदर बैठकर पढ़ाने से डर रहे हैं।
वहीं शिक्षक भी डरे-सहमे हैं। बसना विकासखंड के ग्राम साल्हेझरिया में भी ऐसा ही एक स्कूल है, जहां बुधवार को छात्र-छात्राएं परिसर के अंदर बनी सड़क पर बैठकर पढ़ते नजर आए। इधर, 53 स्कूलों में भवन मरम्मत की राशि तो आई थी, लेकिन काम हुआ या नहीं विभाग के पास इसकी जानकारी ही नहीं है।
जिले के साल्हेझरिया के खराब हो चुके भवन की फाइल कई साल से विभाग में दौड़ रही है, लेकिन न तो भवन की मरम्मत हो पा रही हैं और न ही नया भवन बनाया जा रहा। इधर, जिले में दो बार शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव दौरे पर आ चुके । जिले के स्कूलों में भ्रमण करने तो पहुंचे, लेकिन जिन स्कूलों की हालत खराब है, वहां गए ही नहीं।
बसना विकासखंड के ग्राम साल्हेझरिया के प्राइमरी व पूर्व माध्यमिक स्कूल की हालत इतनी खराब है कि बच्चे स्कूल के अंदर पढ़ाई करने से डर रहे हैं। शिक्षकों को भी छत या प्लास्टर उखड़कर गिरने का डर लगा रहता है। दोनों स्कूल की कक्षा सामुदायिक भवन के एक कमरे में लगती है, लेकिन जगह नहीं होने के कारण कुछ बच्चे परिसर के जाने के लिए सड़क पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
मिडिल स्कूल के शिक्षक से मिली जानकारी के अनुसार यहां बच्चों की दर्ज संख्या 65 है। शिक्षकों की मानें तो पिछले दो-तीन साल से लगातार खराब स्कूल भवन की बनी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे रहे है, लेकिन आज तक मरम्मत नहीं हो पाई है। वहीं ग्रामीणों का भी कहना है कि अधिकारी स्कूल भवन की मरम्मत पर ध्यान ही नहीं दे रहे।
4 माह के बाद भी 115 स्कूलों में राशि नहीं
इधर मई महीने में 168 स्कूलों की मरम्मत का एस्टीमेट तैयार कर जिला शिक्षा विभाग ने भेजा था, लेकिन 53 स्कूलों की मरम्मत के लिए ही राशि आई। चार महीने बीत गए बाकी के 115 स्कूलों की मरम्मत के लिए राशि आज तक नहीं आ पाई (शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मानें तो एक बार फिर एस्टीमेट तैयार करके भेजा जा रहा है।
115 स्कूलों की मरम्मत के लिए फिर भेज रहे इस्टीमेट
इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी एस चंद्रसेन का कहना है कि 168 स्कूलों का प्रस्ताव मरम्मत के लिए भेजा गया था। 53 स्कूल की मरम्मत के लिए राशि आई थी। शेष 115 स्कूलों के राशि का फिर से इस्टीमेट तैयार करके भेजा जा रहा है। इधर, 53 स्कूलों में मरम्मत हुई है या नहीं इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के पास नहीं है।