स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश
“खाने को कुछ नहीं, बच्चों को देख कांपता है कलेजा…” : बाढ़ के बीच कैसे कट रही गुजरात के गांवों में जिंदगी
गुजरात के वडोदरा, गांधीनगर समेत अन्य शहरों और गांवों के कई इलाके इन दिनों पानी में डूबे हुए हैं. यहां कई गांवों में बारिश के बाद बाढ़ (Gujarat Flood) आ गई है. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) के लिए सेना के जवानों को बुलाया गया है. कुछ इलाकों में 10 से 12 फीट तक पानी भरा हुआ है. लिहाजा रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना के जवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है.गांधीनगर के रिलीफ कमिश्नर आलोक पांडे ने बताया कि तीन दिनों में बाढ़ से 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. अब तक 6440 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. बाढ़ में फंसे कुछ और लोगों को बचाने की कोशिश जारी है. इस बीच NDTV ने वडोदरा में बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया. इस दौरान हमने वहां जमीनी हालात और रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही दिक्कतों को समझने की कोशिश की.बाढ़ में फंसे 1200 लोगों को बचाया गयाऋषिकेश पटेल ने कहा, “वडोदरा में हालात बहुत बुरे हैं, क्योंकि नदी के दोनों तरफ कई इलाकों में अभी भी 10 से 12 फीट पानी भरा हुआ है. कुछ इलाकों में 4 से 5 फीट पानी हैं. स्थानीय प्रशासन ने 5000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया है. बाढ़ में फंसे 1200 लोगों को बचाया गया है.”खतरे के निशान को पार कर गई विश्वामित्री नदी इस बीच भारी बारिश और अजवा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद विश्वामित्री नदी मंगलवार सुबह 25 फीट के खतरे के निशान को पार कर गई. सत्तारूढ़ BJP के स्थानीय नेता बाढ़ में फंसे लोगों की मदद कर रहे हैं. हालांकि, उनके अपने घर भी बाढ़ में डूबे हुए हैं. पटेल ने कहा, “38000 से ज्यादा फूड पैकेट बांटे गए हैं. 1 लाख फूड पैकेट भी बांटने के लिए तैयार है.”बारिश से त्राहिमाम! मॉनसून की कहां कितनी बारिश, जानिए अपने शहर के मौसम का हाल
गुजरात में तीन दिनों में बाढ़ से 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. अब तक 6440 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. इस बीच NDTV ने वडोदरा में बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया.