छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस- भाजपा आमने सामने है। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगा रही है। वही आज भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने प्रेसवार्ता कर भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर कहा कि जब बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की, तब कांग्रेस ने बीजेपी पर तंजा कसा।
लेकिन जब से कांग्रेस ने अपनी सूची जारी की है, तभी से पार्टी में अंतर्कलह देखने को मिल रही है। रायपुर महापौर ने तो आत्मदाह करने तक की बात कह डाली। वही विधायक बृहस्पत सिंह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में टीएस सिंह देव शिंदे बनने जा रहे है। अनूप नाग ने तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना चुके है। इससे साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी में आतंरिक घमासान मचा है।
वही बीजेपी के सांसदों को चुनाव लड़ाने की बात पर उन्होंने भूपेश बघेल पर पलटवार किया, सुंदरानी ने कहा कि भूपेश बघेल में दम है तो अपने तीनों राज्यसभा सदस्य को चुनाव में उतार दे। जनता हैसियत बता देगी। तीनों के तीनों राज्यसभा सांसद बुरी तरह हारेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से बाहर के लोगों को राज्यसभा में भेजा गया, क्या प्रदेश में ऐसे तीन नेता नहीं थे, जो छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में भेजे जा सके। बाहर के लोगों को भेजकर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के लोगों की उपेक्षा की है।
बघेल के छत्तीसगढ़िया मॉडल को लेकर उन्होंने कहा कि इनका मॉडल सिर्फ प्रदेश के लोगों को धोखे में रखने के लिए है। इनका जनता के साथ कोई लगाव नहीं है। प्रदेश में ना सड़के ठीक है, न विकास हो रहा है। इनका विकास सिर्फ होर्डिंग में दिखता है, जमीन में नहीं। बीजेपी प्रवक्ता ने नक्सली मुद्दे पर भी भूपेश बघेल को आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 15 सालों में नक्सलवाद को दबाने का काम किया। हमने सरगुजा को नक्सलवाद से मुक्त किया। लेकिन बड़े दुर्भाग्य की से कहना पड़ रहा है कि प्रदेश में नक्सलवाद को समाप्त करने की रूचि बघेल में नहीं दिखाई दी। इसलिए कांग्रेस और भूपेश बघेल नक्सलियों के प्रति हमेशा नरम रुख अपनाते है।