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भविष्य की लड़ाई के लिए तैयार हो रहा है चीन, जानें कौन-कौन से नए हथियार किए तैयार

स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश

भविष्य की लड़ाई के लिए तैयार हो रहा है चीन, जानें कौन-कौन से नए हथियार किए तैयारपिछले कुछ सालों से दुनिया के सामने नई वॉरफेयर की चुनौती और भविष्य में बदलते हथियारों के आकार और उनसे सामने करने की चुनौती बड़ी गंभीर समस्या बनती जा रही है. ऐसे में दुनिया के सामने खुद को महाशक्ति के रूप में पेश करता आ रहा है चीन भी अभी से भविष्य की युद्ध नीति, हथियार और उनसे बचाव के लिए खुद को तैयार कर रहा है. इस संबंध में चीन की कई कंपनियों ने साजो सामान को दर्शाया भी है  और बताया है कि वे किसी भी प्रकार से भविष्य में युद्ध के लिए कितना तैयार है. गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध, इजरायल-हिजबु्ल्लाह युद्ध और इजरायल-ईरान यु्द्ध में ड्रोन जमीनी बलों के लिए गंभीर खतरे कैसे पैदा कर रहे हैं. ऐसे में सभी भारत समेत देशों के सामने भविष्य में किसी भी युद्ध के लिए खुद को तैयार रखना उसके यहां शांति और सुरक्षा की गारंटी होगा. चीन भी इसी तैयारी में लगा हुआ है. ड्रोन को मार गिराने में टैंक सक्षम चीन के अग्रणी टैंक और बख्तरबंद वाहन निर्माता कंपनी चाइना नॉर्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NORINCO) ने अपने एंटी-ड्रोन सॉल्युशन को पेश किया है. चीन की इस कंपनी के एंटी ड्रोन फेसिलिटी लगे टैंक बड़े ही खतरनाक हैं. इन टैंक और बख्तरबंद वाहनों पर एंटी-ड्रोन मॉड्यूल, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध वाहन प्रणाली का एक सेट लगाया गया है. कम ऊंचाई, छोटे और धीमी गति से चलने वाले ड्रोन इन टैंक से बच नहीं सकते हैं. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सैन्य प्रगति में वर्तमान रुझानों के अनुरूप  NORINCO नए उत्पादों, प्रौद्योगिकियों और प्रणालियों की एक श्रृंखला पेश कर रहा है. यह उत्पाद ग्राउंड फोर्स टेक्नोलॉजी और प्रणालियों में चीन की प्रगति को प्रदर्शित करता है.बता दें कि NORINCO ने 225 ऐसे सुरक्षा उपकरण तैयार किए हैं जो मिलिट्री की सहायता में अहम साबित होंगे. इनमें विशेष रूप VT4A युद्धक टैंक, VT5U मानवरहित टैंक, VU-T10 मानवरहित ग्राउंड कॉम्बैट प्लेटफॉर्म, AR3 और SR5 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम, SH15 और SH16A स्व-चालित हॉवित्जर, स्काई ड्रैगन वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली और रेड एरो एंटी -टैंक मिसाइलें, साथ ही BZK005E जैसे ड्रोन शामिल हैं. इनके अलावा भी कुछ और उपकरण तैयार किए हैं. युद्ध की नई प्रकृति विकसित हुईNORINCO के प्रवक्ता चेंग ज़िहेंग का कहना है कि हाल के क्षेत्रीय संघर्षों का विश्लेषण करने के बाद, यह स्पष्ट होता है कि युद्ध की नई प्रकृति विकसित हो गई है. बड़े पैमाने पर आमने-सामने की सैन्य लड़ाई अब दुर्लभ है. अब युद्ध अलग किस्म के हो गए हैं. अब केवल तोप बनाम तोप या टैंक बनाम टैंक वाला युद्ध नहीं  है. अब इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और साइबर सुरक्षा युद्ध आदि सब खेल में आ गए हैं. आधुनिक युद्ध का अब अनिश्चितता से भरा है. यानि यह तय नहीं है कि किस प्रकार का युद्ध होगा. इन अनिश्चितताओं से निपटने के लिए, NORINCO ने सैकड़ों उपकरणों की एक प्रणाली तैयार की है, जिसे डिजिटल रूप से सशक्त संयुक्त हथियार ब्रिगेड युद्ध प्रणाली (digitally empowered combined arms brigade combat system) नाम दिया गया है.टैंक बनते ड्रोन का आसान निशानाचेंग ने कहा, इसके तीन मुख्य गुण हैं: व्यापकता, लचीलापन और स्फूर्ति. उन्होंने बताया कि व्यापकता विभिन्न खतरों के लिए जवाबी उपाय प्रदान करता है, लचीलापन सुनिश्चित करता है कि सिस्टम पूर्ण क्षति के बिना हमलों का सामना करने को तैयार रहे, और स्फूर्ति और त्वरित निर्णय लेने, आदेश देने और जवाब देने की तत्परता रहे. वर्तमान युद्ध खतरों का अध्ययन करने से यह पता चलता है कि कम ऊंचाई वाले, छोटे, धीमी गति से चलने वाले ड्रोन के खतरे बढ़े हैं. यह खतरा टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों पर ज्यादा है. ऐसे में पर्याप्त जवाबी उपायों के बिना टैंक और बख्तरबंद वाहन बेकार साबित हो सकते हैं. इसलिए इन्हें भी तैयार करने की जरूरत थी.नई पीढ़ी के टैंक तैयारयही कारण है कि NORINCO ने VT4 टैंक और इसी तरह के वाहनों को व्यक्तिगत इकाइयों की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए कॉम्पैक्ट एंटी-ड्रोन मॉड्यूल को तैयार कर टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों में लगाया है. अब ये वाहन और टैंक रडार से लैस हैं, फायर करने को तैयार हैं और मजबूती में भी बेमिसाल हैं. J-20S के दो-सीटर स्टील्थ फाइटर जेट तैयारइसके अलावा चीन ने J-20 स्टील्थ फाइटर जेट, J-20S के दो-सीटर स्केल मॉडल भी तैयार कर लिया है. चीन के ही सैन्य विशेषज्ञ झांग ज़ुएफ़ेंग का कहना है कि J-20S में ड्रोन के साथ  तालमेल करने की क्षमता है. यह एक प्रकार से ड्रोन के लिए एक कमांड विमान के रूप में काम कर सकता है. गौरतलब है कि J-20S दुनिया को ज्ञात होने वाला पहला दो सीटों वाला पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू जेट है.J-20S एक नई पीढ़ी का, मध्यम से लंबी दूरी का, दो सीटों वाला भारी मल्टीरोल स्टील्थ फाइटर जेट है. इसे चीन द्वारा पूरी तरह से स्वदेश में तैयार किया गया है. यह लड़ाकू विमान मध्यम से लंबी दूरी के हवाई मिशन और जमीनी मिशन और समुद्री में लक्ष्यों पर सटीक हमलों के लिए तैयार किया गया है. चीन के J-20S की खासियतJ-20S में J-20 से बेहतर स्थिति को समझने की क्षमता है. यह मानवयुक्त और मानवरहित मिशन दोनों को ही बेहतर तरीके से अंजाम दे सकता है. वर्तमान में एक पायलट के स्थान पर दो पायलटों वाले फाइटर तैयार हो रहे हैं. यह विमान ट्रेनिंग के अलावा जटिल परिस्थितयों में पायलटों के बीच बेहतर तालमेल से जरूरी परिणाम पाने में सक्षम बन जाते हैं. झांग का कहना है कि जब पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की बात आती है, जिनके पास शानदार सूचना और नेटवर्क सिस्टम, स्वचालित डेटा प्रोसेसिंग सिस्टम और एआई तकनीकें हैं, तो अन्य विमानों को कमांड करने के लिए एक दूसरे पायलट को जोड़ने से महत्वपूर्ण रणनीतिक लाभ मिलता है. झांग का कहना है कि ऐसे में मानवयुक्त फाइटर और मानवरहित ड्रोन के तालमेल का बेहतर उदारहण पेश किया जा सकता है. FH-97A जैसे ड्रोन चीन के पासइसके साथ ही चीन ने FH-97A जैसे ड्रोन तैयार कर लिये हैं. यह 2022 में ही तैयार किया जा चुका है.  इस ड्रोन में अच्छी क्वालिटी का सेंसर लगा हुआ है. इसके अलावा इसमें गोला-बारूद ले जाने और हमला करने की क्षमता है. इसके साथ ही यह पायलटों के लिए एक बुद्धिमान सहायक का काम भी कर सकता है. युद्ध की स्थिति में ड्रोन और पायलट का तालमेल दुश्मन के लिए घातक साबित हो सकता है. एक फाइटर से पायलट कई ड्रोन पर कंट्रोल कर सकता है.चीन के पास FH-95 इलेक्ट्रॉनिक युद्धक मानव रहित हवाई वाहन (UAV) भी तैयार है. यह ड्रोन एक दूर स्थित किसी बेस से क्लस्टर उड़ान और लंबी दूरी के सटीक हमलों को करने में सक्षम है. यह ड्रोन करीब 2600 किलोमीटर से कमांड ले सकता है और टारगेट को उड़ा सकता है. यह ड्रोन 250 किलोग्राम का बम भी अपने साथ ले जा सकता है. टोही, सेंसिंग और स्ट्राइक सब में माहिर FH-97Aयह FH-95 इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर ड्रोन रिमोट क्लस्टर सहयोगी टोही, सेंसिंग और स्ट्राइक मिशन भी करने में सक्षम है. किसी भी युद्ध,  संभावित युद्ध और दुश्मन देश की जासूसी करने में यह काफी सफल साबित हो सकता है. कहा जाता है कि एक बार कमांड दिए जाने के बाद यह यूएवी अपने टारगेट को बिना किसी त्रुटि के निपटा सकता है.

पिछले कुछ सालों से दुनिया के सामने नई वॉरफेयर की चुनौती और भविष्य में बदलते हथियारों के आकार और उनसे सामने करने की चुनौती बड़ी गंभीर समस्या बनती जा रही है. ऐसे में दुनिया के सामने खुद को महाशक्ति के रूप में पेश करता आ रहा है चीन भी अभी से भविष्य की युद्ध नीति, हथियार और उनसे बचाव के लिए खुद को तैयार कर रहा है. इस संबंध में चीन की कई कंपनियों ने साजो सामान को दर्शाया भी है  और बताया है कि वे किसी भी प्रकार से भविष्य में युद्ध के लिए कितना तैयार है. गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध, इजरायल-हिजबु्ल्लाह युद्ध और इजरायल-ईरान यु्द्ध में ड्रोन जमीनी बलों के लिए गंभीर खतरे कैसे पैदा कर रहे हैं. ऐसे में सभी भारत समेत देशों के सामने भविष्य में किसी भी युद्ध के लिए खुद को तैयार रखना उसके यहां शांति और सुरक्षा की गारंटी होगा. चीन भी इसी तैयारी में लगा हुआ है. 
Bol CG Desk

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