भारत

cyclone biperjoy : चक्रवात बिपरजॉय को लेकर चेतावनी, इन राज्यों में होगी बारिश

नई दिल्ली। cyclone biperjoy भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चक्रवात बिपरजॉय को लेकर चेतावनी दी है। अगले तीन दिन में चक्रवात बेहद गंभीर तूफान के रूप में बदल सकता है। आईएमडी ने पहले ही 8 से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की आशंका जताई है। इस सिस्टम के 12 जून तक एक बहुत गंभीर चक्रवात का रूप ले सकता है। इसका सबसे ज्यादा असर गुजरात के समुद्री किनारे के शहरों में देखने मिलेगा।

cyclone biperjoy तेज हवा के साथ बारिश


cyclone biperjoy आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों से बहुत दूर जा रहा है, लेकिन तटीय इलाकों में कुछ तेज़ हवाएं चलेंगी और कुछ हिस्सों में भारी बारिश होगी। आईएमडी ने अभी तक भारत, ओमान, ईरान और पाकिस्तान सहित अरब सागर से सटे देशों पर भी इसके असर की संभावना जताई है, हालंकि इसके किसी बड़े प्रभाव की भविष्यवाणी नहीं की है।


cyclone biperjoy मौसम विज्ञानियों का कहना है कि सिस्टम का अस्थायी ट्रैक उत्तर दिशा में होगा लेकिन कई बार तूफान पूर्वानुमानित ट्रैक और तीव्रता को गलत साबित कर देते हैं।

फॉलो कारों क्लिक करो

cyclone biperjoy
cyclone biperjoy

गुजरात में चेतावनी


cyclone biperjoy मौसम विभाग ने समुद्री किनारे वाले शहरों को प्रशासन ने चेतावनी दे दी। साथ ही समुद्र में ऊंची लहरें उठने की भी आशंका जताई गई है। बता दें कि अरब सागर में साल के पहले प्री मानसून तूफान का नाम ‘बिपारजॉय’ रखा गया, जिसका बांग्लादेश ने सुझाव दिया है।

चक्रवात से रुका मानसून


cyclone biperjoy केरल में मानसून प्रवेश से पहले ही रूक गया है। अभी तक आठ दिनों की देर हो चुकी है। मानसून आने में देरी के पीछे अरब सागर में चक्रवात को माना जा रहा है। बिहार व झारखंड और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में मानसून पहुंचने में 10 से 15 दिन तक विलंब हो सकता है।

वहीं चक्रवात के कारण राजस्थान एवं गुजरात समेत देश के पश्चिमी भागों में आंधी-पानी के आसार हैं, जबकि उत्तरी-पूर्वी भाग के बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड समेत पांच राज्यों में अगले पांच दिनों तक लू चलने की आशंका है।

इसे भी पढ़े- RBI ने REPO RATE में कोई बदलाव नहीं किया, लोगों पर EMI का नहीं बढ़ेगा बोझ

Onima Shyam Patel

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button