केजरीवाल का आरोप, बीजेपी की चिट्ठी, LG का आदेश… नतीजों से पहले दिल्ली में सियासी महासंग्राम
केजरीवाल का आरोप, बीजेपी की चिट्ठी, LG का आदेश… नतीजों से पहले दिल्ली में सियासी महासंग्रामदिल्ली में कल यानि शनिवार को रिजल्ट-डे है और उससे पहले ही पार्टियों के बीच सियासी घमासान शुरू हो गया है. वार-पलटवार हो रहे हैं. पहले आम आदमी पार्टी के मुखिया ने अपने 70 प्रत्याशियों संग बैठक की और बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया. फिर बीजेपी ने बैठक बुलाई और तय हुआ कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना से AAP के आरोपों की जांच करने की मांग की जाएगी. बीजेपी LG के पास पहुंची और उन्होंने एंटी करप्शन ब्यूरो को मामले की जांच करने का आदेश दे दिया है. इसके बाद एसीबी की टीम केजरीवाल के घर पहुंची, लेकिन उनहें घुसने नहीं दिया गया, जिसके बाद टीम को लौटना पड़ा. नतीजों से पहले दिल्ली में एक अलग ही जंग शुरू हो गई है. दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Election Result) के नतीजे 8 फरवरी को आएगे. केजरीवाल के घर आई ACB की टीम और लौट गई…उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश के बाद एसीबी की टीम केजरीवाल के घर जांच करने के इरादे से पहुंची है, लेकिन उन्हें घर के अंदर नहीं घुसने दिया गया है. एसीबी की टीम से पूछा जा रहा है कि नोटिस दिखाई. ऐसे कैसे किसी के घर में बिना किसी कानूनी नोटिस के जांच के लिए पहुंचा जा सकता है. यह गैरकानूनी तरीका है. केजरीवाल के घर के बाहर ये पूरा ड्रामा लगभग 2 घंटों तक चला. आखिरकार एसीबी की टीम को केजरीवाल के दरवाजे से वापस लौटना पड़ा.बीजेपी का पलटवार, LG को लिखी चिट्ठी, जांच के हुए आदेश दिल्ली भाजपा के महासचिव विष्णु मित्तल ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को आम आदमी पार्टी के आरोपों पर चिट्ठी लिख है. जिसमें उन्होंने कहा, ‘यह अनुरोध किया जाता है कि अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह को बुलाया जाए और विधायकों से संपर्क करने वाले व्यक्ति के विवरण और संपर्क के तरीके और माध्यम आदि के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जाए. सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच की जानी चाहिए.’ उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने बीजेपी की मांग पर जांच के आदेश दे दिये हैं. बीजेपी की LG को लिखी गई चिट्ठीइससे पहले सचदेवा ने आगे कहा, ‘ये भ्रष्टाचार का मामला है. सार्वजनिक लोगों पर जो काम कर रहे हैं, उनके ऊपर ऐसे आरोप लगा रहे हैं, तो उसके परिणाम को भुगतने के लिए भी तैयार रहें. हम इसकी तत्काल एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज करा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि केजरीवाल जिन पर आरोप लगा रहे हैं, उनका नाम बताएं और नंबर सार्वजनिक करें. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो जेल जाने के लिए तैयार हो जाएं.”टीम 70’ संग केजरीवाल ने की बैठक, लगाए ये आरोप बीजेपी पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को खरीदने का ऑफर देने का आरोप लगाने के बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने अपने 70 प्रत्याशियों संग बैठक की. यह बैठक अरविंद केजरीवाल के घर 5 फिरोजशाह रोड पर हुई. इस बैठक में 70 प्रत्याशियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री आतिशी और पार्टी के अन्य बड़े नेता भी शामिल हुए. पार्टी सांसद संजय सिंह ने बताया, ‘मीटिंग का एजेंडा है कि हमें कल भारी बहुमत से जीतना है.’ वहीं, शाहदरा से आप उम्मीदवार जितेंद्र सिंह शंटी ने जोर देकर कहा कि वे सभी अरविंद केजरीवाल के साथ हैं और विश्वास जताया कि पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाएगी. बैठक से बाहर निकले आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक ने बताया कि सभी प्रत्याशियों के साथ एक बैठक की गई और लगातार भाजपा की तरफ से प्रत्याशियों को फोन आ रहे हैं. उन्हें पैसे देने का ऑफर किया जा रहा है और उन्हें तोड़ने की कोशिश हो रही है. दुर्गेश पाठक जब इस मीटिंग से बाहर आए तो उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि एक औपचारिक मुलाकात राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सभी प्रत्याशियों के साथ की हैऋ उनका कहना है कि लगातार प्रत्याशियों को जो फोन आ रहे हैं, उन नंबरों को हमने सभी मीडिया में डिस्ट्रीब्यूट किया है. इसके अलावा दुर्गेश पाठक ने यह भी कहा कि यह मीटिंग इसलिए बुलाई गई थी कि पिछले डेढ़ से 2 महीने से लगातार प्रत्याशी अपने इलाकों में जबरदस्त चुनाव प्रचार कर रहे थे. उनका क्या फीडबैक है और क्या समीकरण बनता दिखाई दे रहा है, इन बातों पर भी इस बैठक में चर्चा हुई.केजरीवाल के आरोपआम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि आप के 16 उम्मीदवारों को बीजेपी की ओर से मंत्री पद और पार्टी बदलने पर 15-15 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव मिला है. केजरीवाल ने अपने पोस्ट में कहा, ‘कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि बीजेपी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं. पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ गए हैं कि ‘आप’ छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हर एक को 15-15 करोड़ देंगे. अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं, तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है? जाहिर तौर पे ये फर्जी सर्वे करवाये ही इसलिए गए हैं, ताकि ये माहौल बनाकर कुछ उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके, लेकिन हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा.’AAP के किस विधायक को आया फोन!केजरीवाल के दावों को दोहराते हुए सुल्तानपुर माजरा से आप उम्मीदवार और दिल्ली के मंत्री मुकेश अहलावत ने कहा कि उन्हें भी इस तरह का प्रस्ताव दिया गया था. अहलावत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘मैं मर सकता हूं, मेरे टुकड़े हो सकते हैं, लेकिन मैं अरविंद केजरीवाल को कभी नहीं छोड़ूंगा. मुझे बताया गया कि उनकी (भाजपा) सरकार बन रही है और अगर मैं आप छोड़कर उनके साथ शामिल हो गया, तो वे मुझे मंत्री बनाएंगे और 15 करोड़ रुपये देंगे. लेकिन केजरीवाल और आप ने मुझे जो सम्मान दिया है, मैं मरते दम तक अपनी पार्टी नहीं छोड़ूंगा.’ संजय सिंह ने कहा- इस तरह के हथकंडे…आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भाजपा पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आठ फरवरी को घोषित होने से पहले, आप के सात उम्मीदवारों को पाला बदलने के लिए पैसों की पेशकश कर रही है. राज्यसभा सांसद ने कहा, ‘इससे साफ पता चलता है कि भाजपा ने नतीजों से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है और अब वह इस तरह के हथकंडे अपना रही है.’वीरेंद्र सचदेवा की चेतावनी- माफी मांगें संजय सिंह या फिर…दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें चुनावी हार को लेकर आप की ‘हताशा’ का संकेत बताया. सचदेवा ने एक बयान में कहा, ‘संजय सिंह को या तो अपने आरोप वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए या फिर कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए. उन्हें (संजय सिंह) यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पार्टी के नेता, दिल्ली के (पूर्व) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले से ही इसी तरह के झूठे आरोप लगाने के लिए मानहानि के मुकदमे का सामना कर रहे हैं.’ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संजय सिंह ध्यान रखें कि विधायकों को पैसे के ऐसे ही झूठे आफर के आरोपों में उनकी मुख्यमंत्री आतिशी जमानत पर हैं. संजय सिंह का भाजपा द्वारा ‘आप’ के विधायक प्रत्याशियों को लोभ प्रलोभन का आरोप उनकी हताशा का परिणाम है. वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही साफ दिख रहा था कि अरविंद केजरीवाल सहित सभी आम आदमी पार्टी नेता निश्चित दिख रही हार से बौखला चुके हैं.दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं. मतदान पांच फरवरी को हुआ था। मतगणना आठ फरवरी को होगी.इसे भी पढ़ें :- कौन बनेगा दिल्ली का ‘किंग’, जानिए 4 नए एग्जिट पोल किस ओर कर रहे इशारा