इस्लामिक और ईसाई कन्वर्जन : कटघोरा में 101 परिवारों की सनातन धर्म में घर वापसी

छत्तीसगढ़ में कन्वर्जन एक बड़ी समस्या रहा है। इसमें भी सबसे ज्यादा ईसाई कन्वर्जन है, लेकिन जिन लोगों को धोखे में फांसकर कन्वर्जन कराया गया, ऐसे कई लोग वापस अपनी जड़ सनातन धर्म में लौटने की कोशिशों में लगे हुए हैं। इसी क्रम में रविवार को कोरबा के कटघोरा में 101 परिवारों की घर वापसी सनातन धर्म में होगी।
इस बात की जानकारी सनातन धर्म के लिए काम करने वाले एक हिन्दू संगठन ने दी है। यह संगठन मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ सनातन धर्म के प्रचार प्रसार और बहला फुसलाकर दूसरे पंथों में ले जाए गए लोगों की वापस से सनातन हिन्दू धर्म में घर वापसी के लिए काम करता है। हिन्दू संगठन ने कोरबा जिले के प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करके इसकी जानकारी दी। संगठन के अखिल भारतीय अध्यक्ष ने कहा कि लोगों की सनातन धर्म में घर वापसी की तैयारी की जा चुकी है। रविवार को वैदिक विधियों से पूजा-हवन करने के बाद सभी का पैर धोकर उन्हें वापस हिन्दू धर्म में लाया जाएगा।
धर्म सेना के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ वनवासी बहुल राज्य है। यहां के पिछड़े क्षेत्रों में इस्लामिक और ईसाई कन्वर्जन पहले से ही चल रहा था, लेकिन बीते कुछ सालों में न केवल कन्वर्जन की रफ्तार तेजी बढ़ी है, बल्कि यह शहरों में तेजी से फैला है। इसे रोकने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। लोगों को जागरूक करने की कोशिशें की जा रही है, ताकि कन्वर्जन की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। हालांकि, हिन्दू संगठन लगातार ऐसे लोगों की घर वापसी कराने में लगे हुए हैं, जिन्होंने लोभ, लालच में आकर दूसरे पंथ को अपना लिया था।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में फिलहाल 17 हिन्दू संगठन हैं, जो कि लगातार लोगों को कन्वर्जन के दंश से बचाने के लिए जन जागरण कर रहे हैं। इन सभी संगठनों से जुड़े लोगों को भी घर वापसी के इस कार्यक्रम में बुलाया गया है। खास बात ये है कि संभवतया ये पहली बार है जब कोरबा में इतने बड़े पैमाने पर लोग सनातन धर्म में घर वापसी कर रहे हैं।
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