स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंध के अवसर पर मंत्री केदार कश्यप का शुभकामना संदेश
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक शिवरतन शर्मा ने कहा है कि बस्तर के चुनावी दौरे पर आने वाली प्रियंका वाड्रा गांधी को इस बार कम से कम माता दंतेश्वरी देवी जी के नाम का सही उच्चारण सीख कर आना चाहिए। क्योंकि विदेशों में शिक्षा-दीक्षा लेने और अधिकांश समय वहां बीताने के चलते गांधी परिवार के राहुल गांधी आज तक भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा को नहीं समझ पाए हैं। जबकि उनकी उम्र 50 साल से अधिक हो गई हैं।
अभी पिछले दिनों राहुल गांधी ने बस्तर में आयोजित कांग्रेस की सभा में दंतेश्वरी माता के बदले जय दंतेश्वर माया कह डाला था। इससे एक बार फिर साबित हो गया है कि कांग्रेस की चाल और चरित्र दोनों हिंदू और सनातनी नहीं है। उन्हें हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के नाम का सही उच्चारण करने भी नहीं आता है। माता दंतेश्वरी के नाम का सही उच्चारण नहीं करके राहुल गांधी हंसी के पात्र बने ही साथ ही उन्होंने बस्तरवासियों का अपमान कर डाला। उनके इस उच्चारण से जनता समझ चुकी है कि पूरा गांधी परिवार सनातनी नहीं है। क्योंकि ये वही गांधी परिवार है, जिन्होंने श्री राम मंदिर के न्यौते को ठुकराया था।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि कम से कम प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल के गलत उच्चारण की भूल सुधार कर लेंगीं। लेकिन इसमें भी संशय है। प्रियंका को भी डर सता रहा होगा कि कहीं उनकी जुबान भी राहुल की तरह ही फिसल न जाए। ये राहुल गांधी का दोष नहीं है। क्योंकि इनकी ननिहाल ही इटली है। राहुल गांधी की परवरिश तो अधिकांश समय विदेशों में हुई है। ऐसे में उनकी सोच भी पाश्चात्य संस्कृति और सभ्यता से ओतप्रोत है। अभी राहुल गांधी को भारतीय संस्कृति और सभ्यता से बहुत कुछ सीखना चाहिए।
भारतीय संस्कृति से राहुल गांधी ही नहीं पूरी कांग्रेस को मतलब नहीं हैं। इसलिए आज तक कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण इनका कांग्रेस का न्याय पत्र भी है, बाहर से झूठ का पुलिंदा और अंदर से सनातन और बहुसंख्यक हिंदू विरोधी है। लेकिन इस बात को छिपाकर एक फिर झांसा देने के लिए प्रियंका गांधी बस्तर के दौरे पर आने वाली हैं। लेकिन इस बार जनता के इनके झूठ पर विश्वास नहीं करने वाली है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में भारत की विदेश नीतियां भी यूरोपीय देश ही तय करते थे। इसकी एक वजह थी कि आज की कांग्रेस की राष्ट्र विरोधी सोच, जिसे आज भी राहुल अपने विदेशी प्रवास के दौरान प्रदर्शित करते हैं। अभी चुनाव में राहुल गांधी जनता को बरगालने के बावजूद जब हार जाएंगे तो वे विदेशों में आराम फरमाने जाएंगे। भाजपा ने कहा-राहुल को विदेशों से इतना प्रेम और भारत से इतनी नफरत है कि उन्होंने कांग्रेस के मैनोफेस्टो में मां गंगा की फोटो की जगह अमेरिका के किसी गंदी झील की फोटो छपवा दिए। इससे पता चला है इनकी सोच किस कदर राष्ट्रवाद और सनातनी नहीं है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा ने कहा कि जिस परिवार ने कभी गरीबी नहीं देखी है, और न ही भारतीय सभ्यता और संस्कार का पाठ नहीं पढ़ा है। यही कारण है कि राहुल गांधी अपने विदेशी दौरे पर भारत के लोकतंत्र और सनातन विरोधी भाषा बोलने से नहीं चूकते। आज पूरा देश जानता है कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विश्व में भारत का सम्मान बढ़ाया है। वहीं राहुल गांधी विदेशों में भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाते हैं। साथ ही अपने न्याय और भारत जोड़े यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पर अभद्र टिप्पणी करते हैं।
लोकसभा चुनाव में इनके नेताओं ने जैसे पीएम मोदी को गाली देना ही अपना एक मात्र उद्देश्य बना रखा है। इसके पीछे वजह है कि कांग्रेस जानते हैं कि तीसरी बार पीएम मोदी को प्रधानमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता है। मोदी को गाली देने के पीछे और एक बड़ा कारण कि जनता को ध्यान यूपीए सरकार में हुए भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाया जाए। इसलिए भी कांग्रेसी राहुल के इशारे पर अपसंस्कृति पूर्ण व्यवहार प्रदर्शित कर रहे हैं।