जब पटौदी पैलेस के लिए सैफ अली खान ने की थी दिन-रात मेहनत, फिर ऐसे हासिल किया था 150 कमरे का महल
जब पटौदी पैलेस के लिए सैफ अली खान ने की थी दिन-रात मेहनत, फिर ऐसे हासिल किया था 150 कमरे का महलसैफ अली खान अपनी पुश्तैनी घर पटौदी पैलेस को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. यह पैलेस हरियाणा के गुड़गांव जिले में स्थित है. पटौदी पैलेस में सैफ अली खान की पीढ़ियों लंबे समय तक शासन किया है. इस पैलेस का एक दिलचस्प इतिहास है. पटौदी पैलेस को इब्राहीम कोठी भी कहा जाता है. नवाब इफ्तिकार अली खान पटौदी (सैफ के दादा) की ओर से बनवाया गया था, जब उन्होंने भोपाल की बेगम से शादी की और दोनों परिवारों का मिलन हुआ. नवाब को लगा कि उनके परिवार और नई दुल्हन के लिए पटौदी पैलेस छोटा है और उन्होंने रॉबर्ट टॉर रसेल से इसे औपनिवेशिक युग के महलों की शैली में डिजाइन करवाया. पूर्व नवाब और सैफ अली खान के पिता मंसूर अली खान के 2011 में इंतकाल के बाद पटौदी पैलेस को नीमराना होटल्स को लीज पर दे दिया गया था. बताया जाता है कि फ्रांसिस वाजसियार्ग और अमन नाथ, जो नीमराना होटल्स के मालिक थे, और मंसूर अली खान ने 17 साल का एक लीज समझौता किया था. अपने एक इंटरव्यू में सैफ अली खान ने बताया कि फ्रांसिस ने कहा था कि अगर मैं (पटौदी पैलेस) वापस चाहता हूं, तो मैं उन्हें बता सकता हूं. मैंने कहा कि मुझे यह वापस चाहिए. उन्होंने एक मीटिंग की और कहा ठीक है, आपको हमें पैसा देना होगा.” सालों तक फिल्मों से पैसे कमाकर सैफ अली खान ने आखिरकार 2014 में अपने पारंपरिक संपत्ति को वापस खरीद लिया. बताया जाता है कि पटौदी पैलेस इस वक्त लगभग 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है. महल में 150 कमरे हैं, जिनमें सात ड्रेसिंग रूम, सात बेडरूम, सात बिलियर्ड रूम और कई अन्य कमरे शामिल हैं. इस संपत्ति पर नवाब और उनका परिवार, पत्नी करीना कपूर खान और बेटे तैमूर और जेह विशेष रूप से सर्दियों में काफी समय बिताते हैं. सैफ की बहन सोहा, उनके पति कुणाल खेमू और बेटी इनाया भी कभी-कभी यहां रहते हैं. इस महल का उपयोग कई फिल्मों की शूटिंग के लिए भी किया गया है, जैसे कि जूलिया रॉबर्ट्स की फिल्म ‘ईट प्रे लव’, ‘वीर जारा’ और ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’. सैफ ने अपनी वेब सीरीज ‘तांडव’ के कुछ हिस्से भी यहां फिल्माए थे.